भगवती दुर्गा की महिमा

भगवती दुर्गा की महिमा

भगवती दुर्गा की महिमा

भगवती दुर्गा की महिमा

शम्भुर्हरिः कमलजो मघवा रविश्च
 वित्तेशवह्निवरुणाः पवनश्च सोमः।
 जानन्ति नैव वसवोऽपि हि ते प्रभावं
बुध्येत्कथं तव गुणानगुणो मनुष्य:।।

अर्थ:- हे माता ! जब शिव, विष्णु, ब्रह्मा, इन्द्र, सूर्य, कुबेर, अग्नि, वरुण, वायु, चन्द्रमा और अष्टवसु भी आपके प्रभावको नहीं जानते हैं, तब भला गुणरहित मनुष्य आपके गुणोंको कैसे जान सकता है ? 

(श्रीमद्देवीभागवत, प्र० स्कन्द, अ०-१२/४३)