कैम्पियरगंज के खजूरगांवां ग्राम पंचायत के घीसापुर में चल रही है भागवत कथा

कथा व्यास आचार्य पंडित रामानन्त भारद्वाज (डब्लू बाबा)

कैम्पियरगंज के खजूरगांवां ग्राम पंचायत के घीसापुर में चल रही है भागवत कथा

अहंकार ही मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है। व्यक्ति को अहंकार नहीं करना चाहिए, अहंकार बुद्धि और ज्ञान का हरण कर लेता है। कैम्पियरगंज के ग्राम खजूरगांवां के घीसापुर टोले पर  चल रही नव दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा आयोजन के पंचम दिवस  आचार्य राम प्रकाश धर द्विवेदी उर्फ पंडित रामानन्त भारद्वाज (डब्लू बाबा) ने यह बात कही। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग सुनाया। श्रीकृष्ण की जन्म कथा का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे।


     कथा व्यास आचार्य पंडित रामानन्त भारद्वाज (डब्लू बाबा) ने कहा कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई, तो उन्हें अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं। भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए। भारद्वाज ने कहा कि जब-जब धरती पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं। जैसे ही कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ पूरा पंडाल जयकारों से गूंजने लगा।

श्रीकृष्ण जन्म उत्सव पर नन्द के आनंद भयो जय कन्हैयालाल की भजन प्रस्तुत किया तो श्रद्धालु भक्ति में लीन होकर जमकर झूमे। एक-दूसरे को श्रीकृष्ण जन्म की बधाईयां दी गई, एक-दूसरे को खिलौने और मिठाईयां बाटी गई। कथा महोत्सव में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भजन एवं प्रस्तुत कर भगवान श्री कृष्ण के जन्म की खुशियां मनाई। कथा में सहयोगी  आचार्य सूर्य मन पाण्डेय , जितेंद्र पाण्डेय तथा यजमान कल्पनाथ सहित क्षेत्रीय सम्भ्रांत लोग उपस्थित रहे।