31 जुलाई का पंचांग एवं बुधवार का महात्म्य
31 जुलाई 2024 का पंचांग एवं बुधवार का महात्म्य
आज बुधवार है। श्री शुभ संवत् 2081 के श्रावण कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि।
शक संवत् 1946 के राष्ट्रीय श्रावण मास की 9वीं तिथि, तदनुसार दिनांक 31 जुलाई सन् 2024 ई०।
सूर्योदय प्रातः 05 बजकर 24 मिनट पर
सूर्यास्त सायं 06 बजकर 36 मिनट पर
वर्षा ऋतु है।
दिनमान 33 घटी 02 पल
रात्रि मान 26 घटी 58 पल।
एकादशी तिथि का मान दिन में 04 बजकर 58 मिनट तक तदुपरांत द्वादशी तिथि।
राहु काल दोपहर 12:00 से 1:30 बजे तक
राहु काल में यात्रा एवं शुभकार्य का आरंभ नहीं करना चाहिए।
बुधवार को उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि आवश्यक हो तो धनिया या तिल खाकर यात्रा की जा सकती है।
यात्रा का आशय आपके नियमित कार्य से नहीं होता। दिन में 12 बजकर 22 मिनट तक रोहिणी नक्षत्र है इसके अनंतर मृगशिरा नक्षत्र आरंभ हो जाएगा।
सायं 05 बजकर 02 मिनट तक ध्रुव योग है।
आज दिन में 4 बजकर 58 मिनट तक भद्रा है। किंतु बुधवार को मिथुन राशि में भद्रा स्वर्ग लोक में होने के कारण शुभदायनी है।
आज पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग है।
आज योगिनी एकादशी व्रत है।
आज जातकर्म, अन्नप्राशन, वृक्षारोपण, सेवारंभ, जीर्णादिगृहप्रवेश तथा विपिण व्यापार का मुहूर्त है।
कल अर्थात 01 अगस्त गुरुवार को प्रदोष व्रत है।
बुधवार का महात्म्य
ऐसी मान्यता है कि जिस दिन माता पार्वती ने भगवान गणेश को निर्मित किया था, उस दिन कैलाश पर बुधदेव भी उपस्थित थे।
बुधदेव ने जब विनायक के दर्शन किए, तो उन्होंने प्रसन्नतापूर्वक अपना दिन भगवान गणेश को समर्पित कर दिया।
इसीलिए बुधवार का दिन प्रथम पूज्य भगवान गणेश जी की पूजा के लिए समर्पित है।
श्री गणेश जी बाधाओं को दूर कर अपने भक्तों को स्वास्थ्य और वित्तीय समृद्धि प्रदान करते हैं।
यह बुद्धि के देवता हैं।
इनकी पूजा और व्रत से बुद्धि का विकास होता है। ऐसी भी मान्यता है कि बुधवार के दिन हरा धनिया, हरी मिर्च और पपीता खरीदना शुभ होता है,
ऐसा करने से कुंडली में बुध मजबूत होते हैं।
इस दिन भूल से भी किसी व्यक्ति को अपशब्द नहीं कहना चाहिए।
किसी को भी उधार देने या किसी से उधार लेने से व्यक्ति को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
बुधवार को नमक नहीं खाना चाहिए और पान का प्रयोग करने से बचना चाहिए।
बालों से संबंधित कोई भी चीज बुधवार को नहीं खरीदनी चाहिए।
भगवान गणेश को दूर्वा बहुत प्रिय है
अतः बुधवार के दिन हरे रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए।
पीले कपड़े नहीं पहनने चाहिए।
आचार्य केशव शुक्ल
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