शासकीय योजनाओं को हड़पने वाले कहते हैं वंदे मातरम् नहीं गायेंगे -योगी आदित्यनाथ

Nov 11, 2025 - 15:27
Nov 11, 2025 - 15:45
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शासकीय   योजनाओं को हड़पने वाले कहते हैं वंदे मातरम् नहीं गायेंगे -योगी आदित्यनाथ

सीएम योगी का तंज- शासकीय योजनाओं को हड़पने की लाइन में सबसे पहले खड़े होने वाले ही कहते हैं कि वंदे मातरम नहीं गाएंगे

मुख्यमंत्री ने बाराबंकी में 1734 करोड़ की 254 विकास परियोजनाओं का किया लोकार्पण व शिलान्यास

सीएम ने योजनाओं के लाभार्थियों को वितरित किया चेक व प्रमाण पत्र, विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी किया सम्मानित

वंदे मातरम का हुआ सामूहिक गान, सीएम ने कराया अन्नप्राशन, बच्चियों को दिया चॉकलेट

बोले- राष्ट्रयज्ञ में क्रांतिकारियों द्वारा गाए जाने वाले मंत्र का प्रतीक था वंदे मातरम

सीएम ने कहा-वंदे मातरम का विरोध करने वाले भारत माता का विरोध कर रहे हैं

वंदे मातरम के मार्ग की बाधा ही राष्ट्रीय एकता के मार्ग की सबसे बड़ी बाधाः सीएम योगी

शत्रु संपत्ति पर सिर्फ भारत की सरकार व नागरिकों का अधिकारः मुख्यमंत्री

यह नए भारत का दिग्दर्शन कराने वाला वर्षः मुख्यमंत्री

सीएम ने बाराबंकी के विकास कार्यों को गिनाया, कहा कि यहां के समग्र विकास के लिए समर्पित है सरकार

बाराबंकी/लखनऊ, 11 नवंबरः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को साफ शब्दों में कहा कि कोई भी मत, मजहब या जाति राष्ट्र से बढ़कर नहीं हो सकती। हमारा ध्येय राष्ट्र प्रथम होना चाहिए। राष्ट्र एक है तो हम एक हैं। वंदे मातरम के मार्ग की बाधा राष्ट्रीय एकता के मार्ग की सबसे बड़ी बाधा है। सीएम ने देशवासियों से कहा कि उन चेहरों को पहचानों, जो शासकीय योजनाओं को हड़पने की लाइन में सबसे पहले खड़े होते हैं, लेकिन कहते हैं कि हम वंदे मातरम नहीं गाएंगे। राष्ट्रीय एकता के मार्ग की इन बाधाओं को दूर करना होगा। जातिवाद, परिवारवाद, क्षेत्रवाद की राजनीति, मत-मजहब के नाम पर विभाजन, समाज की दुष्प्रवृत्ति, भाई को भाई, जाति को जाति, क्षेत्र को क्षेत्र से लड़ाने के कृत्य को कतई स्वीकार नहीं करना चाहिए। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत रत्न, लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की 150वीं जयंती समारोह के अंतर्गत कुर्सी विधानसभा क्षेत्र की राष्ट्रीय एकता यात्रा के शुभारंभ अवसर पर शिरकत किया। उन्होंने बाराबंकी में 1734 करोड़ की 254 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया। विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चेक व प्रमाण पत्र वितरित किया और विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी सम्मानित किया। इसके पहले मुख्यमंत्री ने विभिन्न स्टॉल का अवलोकन भी किया। 

वंदे मातरम् का विरोध करने वाले भारत माता का विरोध कर रहे हैं

सीएम ने तल्ख लहजे में कहा कि आज भी कुछ लोग खाएंगे हिंदुस्तान का, लेकिन वंदे मातरम नहीं गाएंगे। उनकी मंशा को समझें। वंदे मातरम का विरोध करने वाले भारत माता का विरोध कर रहे हैं। वंदे मातरम भारत माता की वंदना है। भारत माता के लिए गाए जाने वाले उस स्वर का प्रतीक है, जो अंतःकरण के भाव को व्यक्त करता है। हमने देवी के तीन रूपों (मां दुर्गा, मां सरस्वती, मां लक्ष्मी) के रूप में पूजन करके भारत और भारतीयता को आगे बढ़ाने की शक्ति अर्जित की है। हमने प्रत्येक नागरिक से आग्रह किया है कि वह वंदे मातरम से जुड़कर राष्ट्रीयता को मजबूती प्रदान कर। जिस गीत को गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर ने स्वर दिया, जिसे गाकर क्रांतिकारी फांसी के फंदे को चूमता था, भारत की एकता व अखंडता के इस गीत का विरोध किया जा रहा है। इस विरोध के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। 

यह नए भारत का दिग्दर्शन कराने वाला वर्ष

सीएम योगी ने कहा कि यह नए भारत का दिग्दर्शन कराने वाला वर्ष है। इस वर्ष भारत की अखंडता के शिल्पी लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के 150 वर्ष पूर्ण हुए हैं और राष्ट्रगीत वंदे मातरम ने भी अपनी रचना के 150वें वर्ष में प्रवेश किया है। जनजाति समुदाय को नई पहचान देने वाले भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती भी है। बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर द्वारा जो संविधान 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा को सौंपा गया था, उसके भी 75 वर्ष पूरे हुए हैं। वर्ष की शुरुआत में प्रयागराज महाकुम्भ हुआ। वहीं अयोध्या में श्रीराम मंदिर के भव्य निर्माण के उपरांत 25 नवंबर को केसरिया झंडा लहराता हुआ दिखेगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन होने जा रहा है।  

ब्रिटिश सरकार हो या मुगलकाल, सभी ने एकता को छिन्न-भिन्न किया

सीएम योगी ने कहा कि ब्रिटिशर नहीं चाहते थे कि भारत एक रहे। उन्होंने भारत को बांटने की साजिश की थी। मुगलकाल और ब्रिटिश सरकार ने एकता को छिन्न-भिन्न किया। जो भारत लाखों-हजारों वर्षों से अखंड रहा, ब्रिटिश कालखंड में उसके एक-एक टुकड़े अलग होते गए। सबसे दुर्भाग्यपूर्ण विभाजन 14 अगस्त 1947 का था, जब भारत की दो भुजाओं को पृथक करके ब्रिटिशर ने बड़ी चोट की थी। उनकी मंशा थी कि भारत को अनेक भागों में विभाजित कर दें। ब्रिटिश सरकार ने घोषणा की थी कि भारत को आजाद करेंगे, लेकिन इसे दो भागों में बांटेंगे। देसी रियासतों को छूट देंगे कि वे मर्जी से भारत-पाकिस्तान में शामिल हों या स्वतंत्र अस्तित्व को भी बनाए रख सकते हैं, लेकिन लौहपुरुष ने 563 रियासतों को देश का हिस्सा बनाकर वर्तमान भारत के शिल्पी के रूप में नागरिकों के दिल में राज किया। उस समय जूनागढ़ का नवाब और हैदराबाद का निजाम भारत गणराज्य में शामिल नहीं होना चाहते थे, वे स्वतंत्र अस्तित्व बनाए रखना चाहते थे। सरदार पटेल ने दोनों से कहा कि बातों से मानोगे तो ठीक, वरना दूसरा तरीका भी है। इस पर दोनों भागकर पाकिस्तान चले गए। 

शत्रु संपत्ति पर सिर्फ सरकार व नागरिकों का अधिकार

सीएम योगी ने कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि जिन सेक्यूलरिस्टों की आंखों में धूल झोंकी गई हैं, उन्हें बताइए कि मोहमदाबाद का नवाब मुस्लिम लीग का कोषाध्यक्ष बनकर पाकिस्तान के लिए धनराशि उपलब्ध कराता था। भारत की संपत्ति को भारत को तोड़ने के खिलाफ इस्तेमाल किया जा रहा था। वह भागकर पाकिस्तान भी चला गया था। वहां दुर्गति होने पर उसके वंशज फिर से भारत में हाथ-पैर मार रहे हैं। सीएम ने कहा कि यह प्रॉपर्टी शत्रु संपत्ति है और इस पर सिर्फ भारत की सरकार व नागरिकों का अधिकार है। 

राष्ट्रयज्ञ में क्रांतिकारियों द्वारा गाए जाने वाले मंत्र का प्रतीक था वंदे मातरम

सीएम योगी ने कहा कि राष्ट्रीय एकता हमारी आन, बान, शान, अस्तित्व व भावी पीढ़ी का भविष्य है। राष्ट्रगीत को रचकर बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने स्वाधीनता के लिए अमृत मंत्र की रचना की थी, जिसने जनचेतना को जागरूक करने में योगदान दिया था। यह राष्ट्रयज्ञ में क्रांतिकारियों द्वारा गाए जाने वाले मंत्र का प्रतीक था। हर क्रांतिकारी और युवा आजादी के आंदोलन में वंदे मातरम को गाते-गाते फांसी के फंदे को गले में लगाकर झूल जाता था और भावी पीढ़ी के लिए संदेश छोड़कर जाता था कि राष्ट्र से बढ़कर कुछ भी नहीं। सीएम ने अपील की कि राष्ट्रीय सुरक्षा व एकता के मार्ग में व्यक्तिगत दुश्मनी-मित्रता बाधा नहीं बननी चाहिए। हमें राष्ट्र के प्रति समर्पण व राष्ट्र प्रथम के भाव से जुड़ना चाहिए, जिससे भारत एक और श्रेष्ठ बन सके।

विदेशी विधर्मियों ने हमें आपस में लड़ाया

सीएम योगी ने चेताया कि देश ऐसे ही नहीं गुलाम हुआ। विदेशी विधर्मियों ने पहले हमें आपस में लड़ाया। जातीय सेनाएं खड़ी कीं, फिर पूरी ताकत को कमजोर किया। बाद में एक पक्ष को अपने साथ जोड़कर दिखाते थे कि वह हितैषी हैं, लेकिन वह देश पर कब्जा जमाने आए थे। सीएम ने कहा कि इतिहास आत्मावलोकन का अवसर देता है। इतिहास के गौरवशाली क्षणों से प्रेरणा प्राप्त करके भविष्य को सुंदर बनाने में योगदान देना चाहिए। 11 वर्ष में पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत शानदार यात्रा के साथ आगे बढ़ा है। इसमें विकास, गरीब कल्याण, विरासत का सम्मान है। सरदार पटेल को पहली बार सम्मान देने का कार्य अटल बिहारी वाजपेयी ने दिया। उन्होंने 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय समारोह और पीएम मोदी ने इसे राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में आयोजित करने का निर्णय किया। 31 अक्टूबर को प्रत्येक जनपद में रन फॉर यूनिटी निकाली गई। दुनिया में सबसे बड़ी प्रतिमा लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की है, जो गुजरात के केवड़िया में लगी है। 

भाजपा ने किया लौहपुरुष, बाबा साहेब व विरासत का सम्मान

सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी ने राष्ट्र नायकों का सम्मान किया। कांग्रेस नहीं चाहती थी कि लौहपुरुष को सम्मान मिले। प्रधानमंत्री की कुर्सी पर कौन जाएगा, इस पर 15 में से 14 राज्यों ने सरदार पटेल के नाम का प्रस्ताव दिया था, फिर भी उन्हें नहीं बनने दिया गया। वहीं पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने उन्हें, बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर को भी सम्मान दिया। 500 वर्ष के पश्चात अयोध्या में रामलला के निर्माण का मार्ग भी प्रशस्त किया गया। नैमिषारण्य, देवा शरीफ, महादेवा को भव्य स्वरूप, लोधेश्वर महादेव, गोला गोकर्णनाथ में कॉरिडोर निर्माण, मथुरा-वृंदावन, गोवर्धन, बरसाना, गोकुल, बलदेव, शुकतीर्थ, विदुर कुटी आदि का विकास भी डबल इंजन सरकार कर रही है। यूपी विरासत के सम्मान को बढ़ा रहा है तो विकास के लिए भी कार्य करते हुए बढ़ रहा है। 

इस धरती के महापुरुषों ने आजादी के लिए समर्पित किया जीवन

सीएम ने कहा कि बाराबंकी के लाल केडी सिंह बाबू की हवेली को भव्य म्यूजियम के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस धरती के अनेक महापुरुषों ने आजादी के लिए पूरा जीवन समर्पित भाव के साथ कार्य किया। सिथेंटिक मेंथा पर जीएसटी 18 फीसदी रहेगी, लेकिन अन्नदाता किसान जो उत्पादन करेंगे, उस पर घटाकर मात्र पांच फीसदी जीएसटी किया गया है। सीएम ने पद्म पुरस्कार से सम्मानित रामसरन वर्मा का जिक्र किया। साथ ही कहा कि संदीप वर्मा, मोइद्दीन, निमित सिंह अलग-अलग क्षेत्रों में प्रगतिशील किसानों के रूप में प्रेरणा बन सकते हैं। एफपीओ के माध्यम से भी किसानों के जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य कर सकते हैं। 

हर क्षेत्र में विकास कार्य कर रही डबल इंजन सरकार

सीएम योगी ने कहा कि रामसनेही घाट के पास कंदही गांव में 232 एकड़ में औद्योगिक क्षेत्र का विकास करने जा रहे हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के समीप हैदरगढ़ में 220 हेक्टेयर में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का विकास कार्य बढ़ाने जा रहे हैं। प्रगतिशील किसान और उद्योग के लिए निवेश साथ आएगा तो आमदनी भी बढ़ेगी और रोजगार सृजन भी होगा। सीएम ने जिक्र किया कि प्रदेश के सभी 75 जनपद में कम से कम 100 एकड़ क्षेत्रफल में लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल इंडस्ट्रियल एंड एंप्लाईमेंट जोन के निर्माण का कार्य होगा। नौजवान इंड्स्ट्री लगाना चाहता है या रोजगार की आवश्यकता है तो स्किल डवलपमेंट भी वहीं होगा, उसी जनपद में रोजगार की भी गारंटी होगी। डबल इंजन सरकार हर क्षेत्र में विकास कार्य कर रही है। 

परिवारवाद-जातिवाद की राजनीति करने वालों ने प्रदेश को बीमारू बना दिया था

सीएम योगी ने कहा कि यूपी 8 वर्ष पहले इंफ्रास्ट्रक्चर में कहीं नहीं था। परिवारवाद-जातिवाद की राजनीति करने वालों ने प्रदेश को बीमारू बना दिया था। किसान को भूखमरी की तरफ धकेल कर आत्महत्या के लिए मजबूर किया जाता था, लेकिन अब किसान कई गुना मुनाफा कमा रहा है, उसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का भी लाभ मिल रहा है। यूपी में सड़क, रेल, एयर, इनलैंड वॉटरवे का कार्य हो रहा है। मेट्रो तेजी से विकसित हुई, देश का पहला इनलैंड वाटरवे, देश की पहली रैपिड रेल यूपी में संचालित हो रही है। खेल विश्वविद्यालय का पहला सत्र प्रारंभ हो चुका है। ओडीओपी के दायरे को बढ़ाने का कार्य हो रहा है। हर क्षेत्र में समग्र विकास ही विकसित भारत व विकसित उत्तर प्रदेश का राज है।  

इस दौरान प्रदेश सरकार के मंत्री सतीश चंद्र शर्मा, विधायक साकेंद्र प्रताप वर्मा, दिनेश रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत, विधान परिषद सदस्य इंजी. अवनीश सिंह, उमेश द्विवेदी, अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत, पूर्व सांसद प्रियंका रावत, उपेंद्र रावत, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्र, जिलाध्यक्ष अरविंद मौर्य, पद्म पुरस्कार से सम्मानित राम सरन वर्मा आदि मौजूद रहे। 

वंदे मातरम का हुआ सामूहिक गान, सीएम ने कराया अन्नप्राशन, बच्चियों को दिया चॉकलेट

मुख्यमंत्री ने बच्चों का अन्नप्राशन भी कराया। उन्होंने छोटी बच्चियों से मुलाकात की और उनका हालचाल पूछा। सीएम ने उन्हें गुलाब व चॉकलेट दिया, फिर पढ़ाई के बारे में पूछा। इसके पहले वंदे मातरम का सामूहिक गान भी हुआ।

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KeshavShukla विभिन्न राष्ट्रीय साहित्यिक-सांस्कृतिक मंचों पर साहित्य विमर्श, कविता, कहानी लेखन ,स्क्रिप्ट लेखन, नाटकों का मंचन, रेडियो स्क्रिप्ट लेखन, उद्घोषणा कार्य एवं पुस्तक समीक्षा।