दिल्ली में बासुदेव घाट पर विधिवत आयोजित हुआ यमुनोत्सव कार्यक्रम
यमुना भिक्षु रविशंकर तिवारी ने सफल आयोजन हेतु किया सभी का आभार व्यक्त
तीन साल में यमुना होगी अविरल-निर्मल: प्रवेश वर्मा
यमुना नदी का शुद्धिकरण दिल्ली सरकार की प्राथमिकता में: वीरेंद्र सचदेवा
वासुदेव घाट पर आयोजित यमुनोत्सव 2025 के दूसरे दिन विज्ञान पर चर्चा हुई
बुंदेलखंड से आईं जल सहेलियों ने दिल्ली में बजाया यमुना शुद्धिकरण बैंड, स्कूली बच्चों ने दी अपनी प्रस्तुति
नई दिल्ली।
दिल्ली सरकार के मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने दावा किया कि दिल्ली में यमुना नदी तीन साल में शुद्ध होगी। इसके लिए दिल्ली सरकार बड़े स्तर पर काम कर रही है। प्रवेश वर्मा सोमवार दिल्ली सरकार और यमुना संसद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित यमुनोत्सव-2025 में बोल रहे थे।
प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि वह तीन साल में यमुना शुद्धिकरण की वादा सच्चाई है। यह सच्चाई इस भरोसे से पैदा हुई है कि यमुना की अविरलता और निर्मलता के इस प्रयास में पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आशीर्वाद है, केंद्र सरकार से पूरा बजट मिल रहा है, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का कुशल नेतृत्व है, अधिकारी दिन-रात काम कर रहे हैं। इससे यमुना भिक्षु रविशंकर तिवारी के साथ हर दिल्लीवासी का यमुना के शुद्धिकरण का सपना साकार होगा।
प्रवेश वर्मा ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल यह काम नहीं कर सके। अब उनको लगता है कि दिल्ली की मौजूदा सरकार कैसे कर ले रही है। जब दिल्ली में एक-एक कर सारे मुद्दे खत्म हो जाएंगे तो उनकी राजनीति ही खत्म हो जाएगी।
दूसरी तरफ दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का मानना है कि दिल्ली में भाजपा की सरकार यमुना जी की वजह से आई है। पिछली सरकार ने जिस तरह से यमुना जी को नजरंदाज कर दिया था, उसको लेकर दिल्लीवासियों में नाराजगी थी। दिल्ली सरकार अब बेहद संजीदगी से इस दिशा में काम कर रही है। बीते आठ महीने में ही इसका दिख भी रहा है। तभी इस बार छठ पर्व पर व्रती यमुना जी में स्नान कर सके।
वीरेंद्र सचदेवा ने दोहराया कि यमुना जी की कृपा से ही इस बाद दिल्ली में उनकी सरकार आई है। दिल्ली सरकार इस वक्त बेहद संजीदगी से यमुना जी की अविरलता और निर्मलता पर काम कर रही है। यमुना कॉन्क्लेव में बेहद जरूरी और सार्थक चर्चा हो रही है। इससे भी सरकार को मार्गदर्शन मिलेगा। दूसरी तरफ यमुना सेवक और विधायक राजकुमार भाटिया ने बताया कि यमुनोत्सव में विज्ञान और आध्यात्म का अद्भुत संगम दिख रहा है। यहां से निकली आवाज दूर तक जाएगी।
दूसरे दिन यमुना कॉन्क्लेव, हुई वैज्ञानिक चर्चा
यमुना संसद और दिल्ली सरकार की तरफ से दो दिवसीय यमुनोत्सव के दूसरे दिन यमुना कॉन्क्लेव में यमुना के प्रदूषण और इसके निदान पर विस्तार से बात की। विशेषज्ञों का मानना था कि यमुना नदी अपनी सेवाएं हम दिल्ली वासियों को नहीं दे पा रही है, उसको नवंबर में यमुना तट पर बैठकर महासूस किया जा सकता है। इसी वजह से गर्मी से पसीना हो रहा है। साथ ही बताया कि यमुना के शुद्धिकरण के जरूरी है कि नदी के इन्वायरनमेंटल फ्लो को बरकरार रखा जाए।
यमुना कॉन्क्लेव के अलग-अलग सत्रों में इतिहास, मौजूदा हालात पर हुआ। इसमें दिल्ली विश्विद्यालय में पर्यावरण विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर राधेश्याम शर्मा, प्रोफेसर शशांक, पर्यावरणविद डॉ. फैयाज खुदसर, पर्यावरणविद् देबादित्यो सिन्हा, संजय सिंह, यमुना पुत्र समेत रंजीत पाठक (चतुर्वेदी), कीर्ति शर्मा समेत दूसरे जल वैज्ञानिकों ने हिस्सा लिया।
जगतगुरु की भी रही मौजूदगी
यमुना कॉन्क्लेव में जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अमृतानंद देव तीर्थ जी महाराज की भी यमुना कॉन्क्लेव में मौजूदगी रही। उन्होंने कहा कि आज पश्चिम का विज्ञान जिन चीजों को स्वीकार कर रहा है, वह अपने यहां शास्त्रों में बहुत पहले लिख दिया गया है। इसके लिए उन्होंने उपवास से होने वाले फायदों और उस पर मिले नोबल पुरस्कार का जिक्र किया। यमुना के शुद्धिकरण को उन्होंने मौजूदा वक्त की जरूरत बताया।
जल सहेलियों ने निकाला जल बैंड, बच्चों ने झांकी
इससे पहले कश्मीरी गेट स्थित वासुदेव घाट पर आयोजित यमुनोत्सव 2025 के दूसरे दिन की शुरुआत सुबह बुंदेलखंड से आई 101 जल सहेलियों के जल बैंड से हुई। जलजन जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. संजय सिंह ने बताया कि जल सहेलियों का मॉडल बुंदेलखंड में कारगर साबित हुआ है। छोटी नदी, तालाब और कुओं को फिर से जीवित किया गया है। फिर रामजस इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों की सांस्कृतिक प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया।
यमुना भिक्षु रविशंकर तिवारी ने दिया सबको धन्यवाद
यमुना संसद के संयोजक रवि शंकर तिवारी ने बताया कि दो दिवसीय कार्यक्रम में दिल्ली सरकार, मंत्री कपिल मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, विधायक राजकुमार भाटिया, सुमन गुप्ता, व्यापारियों में जगमोहन गोटेवाला, प्रदीप गुप्ता, अभिषेक गनेड़ीवाला, बलदेव गुप्ता, विनय दास, चंद्रभूषण गुप्ता, रवि बंसल, बसंत गुप्ता, प्रकाश बराठी, नंद किशोर बंसल, देवराज बवेजा, परमजीत पम्मा, कमल पलवल, कन्हैया गर्ग, त्रिलोक गोयनका, सुरेंद्र मोहन गुप्ता, प्रदीप शर्मा, पूजा शर्मा आदि का सहयोग रहा। उन्होंने कहा कि यमुना की अविरलता और निर्मलता की दिशा में यह आयोजन मील का पत्थर साबित होगा।
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