डॉ0 वी.के. पांडेय ने एमएलएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य का कार्यभार ग्रहण किया
डॉ0 वी.के. पांडेय ने एमएलएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य का कार्यभार ग्रहण किया

हिमांशु यादव की रिपोर्ट
प्रयागराज(हिन्द भास्कर):- वरिष्ठ सर्जन और कुशल प्रशासक डॉ0 वी.के. पांडेय ने मंगलवार को मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, प्रयागराज के प्राचार्य का कार्यभार ग्रहण किया। इससे पूर्व वे प्रतापगढ़ के राजकीय मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य के पद पर कार्यरत थे। शासन ने 30 जून को आदेश जारी कर उन्हें प्रयागराज स्थानांतरित किया था।
डॉ0 पांडेय मेडिकल प्रशासन, सर्जरी एवं शिक्षण में तीन दशकों से अधिक का अनुभव रखते हैं। वे कोविड-19 महामारी के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की अग्रिम पंक्ति में रहे, वहीं हाल ही में सम्पन्न महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज में चिकित्सा प्रबंधन और स्वास्थ्य सेवाओं के संचालन में उनकी अग्रणी भूमिका रही, जिसे शासन-प्रशासन और आमजन द्वारा खूब सराहा गया।
डॉ0 पांडेय ने बताया कि उनका विज़न है कि डॉ0 पांडेय कॉलेज में शिक्षण व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए समयबद्ध कक्षाएं, तकनीकी नवाचार, और छात्रों की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देंगे। फैकल्टी के सतत प्रशिक्षण, नियमित एकेडमिक ऑडिट और रिसर्च-संवाद के ज़रिए कॉलेज को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने का लक्ष्य है। उनका उद्देश्य है कि अस्पताल की ओपीडी-आईपीडी सेवाएं और अधिक सुगठित, डिजिटल और रोगी-केंद्रित बनें।
ट्रॉमा सेंटर को उच्च स्तर तक ले जाने, सुपरस्पेशलिटी सेवाओं को सशक्त करने, और ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजों के लिए सुविधाओं को सरल बनाने की दिशा में कार्य किया जाएगा। कोविड-19 और महाकुंभ जैसे विशाल जनस्वास्थ्य आयोजनों में उनके अनुभवों का लाभ अब कॉलेज प्रशासन को मिलेगा। उनका मानना है कि बड़े स्तर की मेडिकल लॉजिस्टिक्स, मल्टी डिपार्टमेंट कोऑर्डिनेशन और क्राइसिस रिस्पॉन्स को कॉलेज के रोज़मर्रा के कार्यों में संस्थागत रूप दिया जाना चाहिए। रिसर्च, नवाचार और डिजिटलीकरण रिसर्च कोर सेल, ई-लाइब्रेरी, डिजिटल रिकॉर्ड, टेलीमेडिसिन और नैदानिक डेटा विश्लेषण जैसे प्रोजेक्ट्स को प्राथमिकता दी जाएगी।
वे छात्रों और फैकल्टी को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में शोध प्रकाशित करने हेतु प्रेरित करेंगे। छात्र कल्याण एवं समावेशी विकास: छात्रावास व्यवस्था, मानसिक स्वास्थ्य सहायता, रैगिंग-रहित परिसर, छात्रवृत्ति प्रोत्साहन और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए अलग विंग की स्थापना की योजना है। उनका उद्देश्य है कि छात्र केवल डॉक्टर न बनें, बल्कि समाज के प्रति संवेदनशील चिकित्सक के रूप में विकसित हों। डॉ0 पांडेय ने कहा,एमएलएन मेडिकल कॉलेज की गरिमा और सेवा परंपरा को आगे बढ़ाना मेरा कर्तव्य है। यह संस्थान सिर्फ डिग्री देने की जगह नहीं, बल्कि चिकित्सा, सेवा और संस्कार की प्रयोगशाला है।
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