फतेहपुर के लेखपाल सुधीर कुमार की मृत्यु पर तहसील कंपियरगंज में भी लेखपालों ने किया धरना प्रदर्शन

लेखपालों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सीआरओ हिमांशु वर्मा को सौंपा ज्ञापन

Nov 28, 2025 - 19:49
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फतेहपुर के लेखपाल सुधीर कुमार की मृत्यु पर तहसील कंपियरगंज में भी लेखपालों ने किया धरना प्रदर्शन

प्रदेश भर के लेखपालों में फतेहपुर के लेखपाल सुधीर कुमार की मौत को लेकर आक्रोश

कैम्पियरगंज तहसील मुख्यालय पर लेखपालों ने धरना-प्रदर्शन कर मामले की न्यायिक जांच की किया माँग।

कैम्पियरगंज, गोरखपुर।

राष्ट्रहित से जुड़े एसआईआर जैसे कार्यक्रम में अधिकारियों की मनमानी कर्मचारियों व जनता पर भारी पड़ रही है जिसके दुष्परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं । कई जिलों से कर्मचारियों के आत्महत्या जैसे मामले भी सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला फतेहपुर जनपद से सामने आया है।

फतेहपुर में लेखपाल सुधीर कुमार की आत्महत्या के विरोध में लेखपाल संघ ने पूरे जिले और अन्य तहसीलों में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया। संघ का आरोप है कि सुधीर ने अधिकारियों के उत्पीड़न और अत्यधिक कार्यभार के कारण यह कदम उठाया। वे मुख्य आरोपी अधिकारी पर FIR दर्ज करने और पीड़ित परिवार के लिए 50 लाख रुपये मुआवजे व सरकारी नौकरी की मांग कर रहे हैं।

  फतेहपुर के लेखपाल सुधीर कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद प्रदेश भर के लेखपालों में आक्रोश है। इसी क्रम में शुक्रवार को कैम्पियरगंज तहसील मुख्यालय पर भी लेखपालों ने धरना-प्रदर्शन किया और मामले की न्यायिक जांच की मांग की। इस धरने का नेतृत्व तहसील मंत्री दिवाकर वर्मा ने किया।

लेखपालों ने आरोप लगाया कि उन पर लगातार बढ़ता कार्यभार, विभिन्न विभागों का अतिरिक्त बोझ और फील्ड में सुरक्षा का अभाव उनकी कार्यस्थितियों को खराब कर रहा है। उन्होंने सुधीर कुमार की मौत को इसी दबाव और उपेक्षा का परिणाम बताया, जिसके चलते न्यायिक या उच्चस्तरीय जांच की मांग उठाई गई है।

प्रदर्शन के दौरान लेखपालों ने कई प्रमुख मांगें रखीं। इनमें सुधीर कुमार की मौत की न्यायिक या उच्चस्तरीय जांच, गैर-राजस्व कार्यों को बंद करना, अतिरिक्त कार्यों के लिए स्पष्ट मानक तय करना और फील्ड कार्य के दौरान सुरक्षा व संसाधन उपलब्ध कराना शामिल है। इसके अतिरिक्त, खाली पदों को तत्काल भरना, लंबित पदोन्नतियों सहित सेवा संबंधी समस्याओं का समाधान और मृतक लेखपाल के परिवार को आर्थिक सहायता व एक सदस्य को नौकरी देने की भी मांग की गई।

लेखपालों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर जल्द ठोस कदम नहीं उठाती तो आंदोलन को प्रदेश स्तर पर और व्यापक किया जाएगा।

इस प्रदर्शन में योगेन्द्र प्रताप सिंह, सुधीर मिश्रा, अखिलेश कुमार, विनित सिंह, हेमन्त शुक्ला, प्रज्ञा मिश्रा, हंशिता सिंह, अजीत पटेल सहित कई लेखपाल उपस्थित रहे। करीब तीन घंटे चले इस शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद लेखपालों ने अपनी मांगों का एक ज्ञापन सी आर ओ हिमांशु वर्मा को सौंपा। लेखपालों का कहना है कि यदि उनकी मांगों को संज्ञान में लेते हुए जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे अगला कदम उठाने को मजबूर होंगे।

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