जर्मनी में शिक्षा, अनुसंधान और सहयोग के अवसर: डॉ. बद्री नाथ दुबे

‘‘एजुकेशन, रिसर्च एंड कोलैबोरेशन ओप्पोर्तुनिटी इन जर्मनी" विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन

जर्मनी में शिक्षा, अनुसंधान और सहयोग के अवसर: डॉ. बद्री नाथ दुबे

जर्मनी में शिक्षा, अनुसंधान और सहयोग के अवसर: डॉ. बद्री नाथ दुबे

हिन्द भास्कर, गोरखपुर।

दिनांक 29 मार्च 2024 को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के बायोटेक्नोलॉजी विभाग में ‘‘एजुकेशन, रिसर्च एंड कोलैबोरेशन ओप्पोर्तुनिटी इन जर्मनी" विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के शुरुआत मे विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राजर्षि कुमार गौड़ ने मुख्य वक्ता डॉ. बद्री नाथ दुबे, स्टाफ साइंटिस्ट वैज्ञानिक/ प्रोजेक्ट लीडर परियोजना नेता, सेंटर फॉर स्ट्रक्चरल सिस्टम बायोलॉजी, जर्मन इलेक्ट्रॉन सिंक्रोट्रॉन, हैम्बर्ग (जर्मनी)का परिचय कराया तत्पश्चात वरिष्ठ प्रोफेसर व रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट सेल के निदेशक प्रोफेसर दिनेश यादव, एग्रीकल्चर इंस्टिट्यूट के निदेशक प्रोफेसर शरद कुमार मिश्रा व सहायक प्रोफेसर डॉ. गौरव सिंह ने मुख्य वक्ता का पुष्पगुच्छ एवं विश्वविद्यालय के स्मृति-चिन्ह भेंट कर व सभी उपस्थित लोगों का स्वागत किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता ने एजुकेशन, रिसर्च एंड कोलैबोरेशन ओप्पोर्तुनिटी इन जर्मनी विषय पर अपना व्याख्यान दिया। उन्होंने विज्ञान व बायोटेक्नोलॉजी के महत्व के बारे में बताया एवं आज के युग मे विज्ञान में हो रहे इन्नोवेशन, रिसर्च आदि के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी साझा की।

डॉ. दुबे ने छात्रों को एमएससी/पीएचडी के बाद जर्मनी में शोध, पोस्टडाक्टरल फ़ेलो कैसे आवेदन करें आदि की बात की उन्होंने छात्रों को 'प्रिपेयर योरसेल्फ टू अचीव समथिंग इन करियर', भाषा कौशल कैसे सुधारें- पढ़ना, लिखना और मौखिक संचार के बारे में भी जानकारी दी।

डॉ. दुबे ने विज्ञान में डिग्री में क़्वालिटी, नॉट दी क्वांटिटी

(गुणवत्ता, ना कि मात्रा) के बारे में विद्यार्थियों को बताया उन्होंने कहा "साइंटिस्ट आर दी रियल हीरो"। उन्होंने विद्यार्थियों को विज्ञान, बायोटेक्नोलॉजी क्षेत्र में शोध एवं नई तकनीक के खोज में सदैव लिप्त/तत्पर रहने को कहा।

व्याख्यान में उन्होंने अपनी गोरखपुर से जर्मनी तक कि शैक्षणिक यात्रा के साथ जैव प्रौद्योगिकी मे शोध से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी साझा की एवं छात्रों के तमाम प्रश्नों का उत्तर भी दिया। साथ ही उन्होंने सेंटर फॉर स्ट्रक्चरल सिस्टम बायोलॉजी, जर्मन इलेक्ट्रॉन सिंक्रोट्रॉन, हैम्बर्ग (जर्मनी) में हो रहे शोध से भी सबको अवगत कराया।

कार्यक्रम के अंत मे प्रोफेसर शरद कुमार मिश्रा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

व्याख्यान कार्यक्रम में बायोटेक्नोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राज्यर्षि कुमार गौड़, प्रोफेसर दिनेश यादव, प्रोफेसर शरद कुमार मिश्रा, आई.ई.टी. के निदेशक प्रोफेसर उमेश यादव, गणित विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर हिमांशु पांडे व बायोटेक्नोलॉजी के सहायक प्रोफेसर डॉ. गौरव सिंह, विभाग के पूर्व छात्र व वर्तमान में जर्मनी में पीएचडी शोध के लिए एनरोल श्री संदीप मिश्रा सहित विभाग के शोध छात्र व एमएससी, एमएससी एग्रीकल्चर के छात्र कार्यक्रम में उपस्थित रहे।