हास्य कवि सम्मेलन के साथ होली मिलन संपन्न

(केंद्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह ने क्रॉसिंग वासियों के साथ उठाया शायरी का लुत्फ़)

हास्य कवि सम्मेलन के साथ होली मिलन संपन्न
हास्य कवि सम्मेलन के साथ होली मिलन संपन्न

रिश्तो में तकरार बहुत है लेकिन इनमें प्यार बहुत है सारी दुनिया खुश रखने को बस अपना परिवार बहुत है -सर्वेश अस्थाना 

हिन्द भास्कर 

गाजियाबाद, क्रॉसिंग रिपब्लिक सांस्कृतिक कला संगम समिति एवं क्रोमा के सौजन्य से शनिवार को होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन के साथ गोल्फ कोर्स के मैदान में संपन्न हुआ। हवन पूजन के पश्चात आयोजित कवि सम्मेलन में समिति की पदाधिकारियों ने बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह का पुष्प गुच्छ, पटका एवं स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया। तत्पश्चात समिति द्वारा विशिष्ट अतिथि गाजियाबाद के मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल, आई ए एस तथा देश के विभिन्न क्षेत्रों से पधारे हुए कवियों एवं कवयित्रियों का भी पुष्प गुच्छ, पटका एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए दिनेश रघुवंशी, सर्वेश अस्थाना, विनोद पाल, खुशबू शर्मा, प्रीति पांडेय, स्वयं श्रीवास्तव एवं यूसुफ भारद्वाज से मंच पूरी तरह सज गया।

काव्य पाठ का शुभारंभ कवयित्री प्रीति पांडेय की सरस्वती वंदना से हुई। प्रीति पांडेय ने होली के गीतों एवं दीवाने तुझको एक नजर देखना है, तुमको खोने से डरती हूं आदि शायरी से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। स्वयं श्रीवास्तव ने अपनी रचनाओं किस्मत तो हमें अपनी आजमाने दीजिए, तूफ़ान था तेज पेड़ को जड़ से हिला गया आदि के माध्यम से श्रोताओं के दिलों में स्थान बनाया खुशबू शर्मा ने क्रॉसिंग वासियों के सामने पहली बार रूबरू होकर बड़े ही सलीके से अपनी शायरी परोसी, अपनी मां बाप की आंखों से उड़ा दूं नींदें, इतने उलझे हुए सपने भी नहीं देखती मैं सुनाकर खूब वाहवाही लूटी। मैं पत्नी के पैर छूकर आया हूं तथा इसी प्रकार की तमाम रचनाएं सुनाकर हास्य कवि विनोद पाल ने दर्शकों को खूब हंसाया। सर्वेश अस्थाना ने पुलिस, नेता, अधिकारियों पर एक से बढ़कर एक व्यंग्य सुनाए। रिश्तो में तकरार बहुत है लेकिन इनमें प्यार बहुत है सारी दुनिया खुश रखने को बस अपना परिवार बहुत है सुनाकर उन्होंने लोगों के दिलों में जगह बनाई। युसूफ भारद्वाज ने आनंद मौज मस्ती सहित तमाम विषयों पर हास्य प्रस्तुति देकर 92 वर्ष की उम्र में भी सबको गुदगुदाया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे दिनेश रघुवंशी के गीत बस्ती बस्ती गीत लिए फिरता हूं तथा गीत तुम्हारे गाती है दिल की धड़कन को सभी श्रोताओं ने खड़े होकर साथ-साथ गाया।

कार्यक्रम का संयोजन क्षितिज सिंघल, बी पी एस भाटिया, तरुण भरत चौहान, विवेक शर्मा, आशुतोष चंदन, विजय गोयल, नीरज मिश्रा, तरुण भारद्वाज, रवि गुप्ता, दुर्गेश सिंह, नीरज कुमार जगेटिया ने किया तथा कार्यक्रम में डॉ रोहित चौधरी, डॉ दिनेश शर्मा, डॉ मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव शिखर, मुकेश चन्द्र श्रीवास्तव, अशोक शर्मा, आर सी सिंह, रूपेश त्यागी, विकोश कुमार, अर्चना अग्निहोत्री, सुमीता वर्मा आदि का विशेष सहयोग रहा।