अनुवांशिक विज्ञान तथा स्वच्छ ऊर्जा के लिए जागरुकता गोष्ठी

अनुवांशिक विज्ञान तथा स्वच्छ ऊर्जा के लिए जागरुकता गोष्ठी

अनुवांशिक विज्ञान तथा स्वच्छ ऊर्जा के लिए जागरुकता गोष्ठी

सहसीं गांव के कंपोजिट स्कूल में हुआ आयोजन

खजनी गोरखपुर।।
क्षेत्र के सहसीं गांव के संविलयन कंपोजिट स्कूल में  अनुवांशिक विज्ञान स्वस्थ जीवन की सरल कुंजी तथा उर्जा साक्षरता विषय पर जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद (एनसीएसटीसी) और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार के सौजन्य से यूनिवर्सल कम्युनिकेशन मिडिया सेंटर द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सौर्य उर्जा के विशेषज्ञ डॉ.चंद्र प्रकाश दुबे ने बताया कि अपना देश स्वच्छ प्रदूषणरहित उर्जा के रूप में सौर्य उर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने जा रहा है। वर्ष 2030 तक भारत दुनियां का सबसे बड़ा सौर्य उर्जा उत्पादक देश होगा। उन्होंने सौर्य उर्जा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। वहीं गोरखपुर विश्वविद्यालय के रिसर्च स्कॉलर रजनीश कुमार ने अनुवांशिकता के आधार पर पीढ़ी दर पीढ़ी प्रसारित होने वाले रोगों और चिकित्सा एवं शोध विज्ञान द्वारा उनका जड़ से खात्मा करने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों और नवीनतम शोधों की विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए उपस्थित लोगों को सजग और सचेत करते हुए बताया कि आधुनिक चिकित्सा की यह व्यवस्था आने वाले समय में स्वस्थ मानव जीवन का आधार बनेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी ठाकुर प्रसाद राम त्रिपाठी ने तथा कुशल संचालन विद्यालय के सहायक अध्यापक शांति भूषण राम त्रिपाठी के द्वारा की गई। विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रेमनारायण त्रिपाठी और कार्यक्रम के संयोजक डॉ सत्येन्द्र कुमार ने अनुवांशिक विज्ञान तथा स्वच्छ ऊर्जा के महत्व को जानने के लिए आयोजित साक्षरता कार्यक्रम को रेखांकित करते हुए सभी उपस्थित जनों के प्रति आभार जताया। इस दौरान विद्यालय की शिक्षिकाएं नीलम सिंह,श्वेता,रानी कुमारी,चेतना शाही सहित मनोरमा देवी,सरिता,माधुरी, प्रेमलता,राम अधार,सुरेश,प्रह्लाद, रमेश, अरविंद आदि दर्जनों लोग मौजूद रहे।