इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में यूपी एनर्जी एक्सपो 2025 का हुआ भव्य शुभारंभ

इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में यूपी एनर्जी एक्सपो 2025 का हुआ भव्य शुभारंभ

May 9, 2025 - 15:36
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इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में यूपी एनर्जी एक्सपो 2025 का हुआ भव्य शुभारंभ

लखनऊ(हिन्द भास्कर):- लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में यूपी एनर्जी एक्सपो 2025 का भव्य शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ के साथ हुई। जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य अतिथियों ने भाग लिया। इस एक्सपो का आयोजन उत्तर प्रदेश स्टेट चैप्टर, पीएचडीसीसीआई और फर्स्ट व्यू द्वारा, यूपीनेडा के सहयोग से किया गया है। एक्सपो में 150 से अधिक प्रदर्शकों ने भाग लिया है, जो सौर ऊर्जा, स्मार्ट ग्रिड तकनीक और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में नवीनतम प्रगति का प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं विशेषज्ञों ने नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अवसरों, चुनौतियों और आगे के रास्तों पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए।

यह आयोजन उत्तर प्रदेश की सतत ऊर्जा समाधानों के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा और प्रमुख हितधारकों के बीच सार्थक सहयोग को बढ़ावा देगा। यूपी एनर्जी एक्सपो 2025 का औपचारिक उद्घाटन मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री शए.के. शर्मा द्वारा किया गया। अपने संबोधन में शर्मा ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया अभियान की भावना के अनुरूप है और उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा क्रांति की ओर मजबूती से अग्रसर है।

मंत्री ने बताया कि अयोध्या को ऊर्जा नीति 2022 के तहत राज्य का पहला मॉडल सोलर सिटी बनाया जा रहा है, जहां पहले से ही 10% बिजली लोड नवीकरणीय ऊर्जा से पूरा किया जा रहा है। साथ ही, 16 अन्य नगर निगमों में भी सौर परियोजनाएं प्रगति पर हैं। मंत्री ने उपस्थित उद्यमियों से सौर ऊर्जा क्षेत्र में निवेश के अवसरों का लाभ उठाने का आह्वान किया और सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। डॉ0 जतिंदर सिंह, डिप्टी सेक्रेटरी जनरल, पीएचडीसीसीआई ने कहा कि उत्तर प्रदेश को $1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाना केवल आर्थिक नहीं, बल्कि समावेशी लक्ष्य है, जिसमें सौर ऊर्जा अहम भूमिका निभाएगी।

उन्होंने बताया कि राज्य का लक्ष्य 2030 तक 500 GW ऊर्जा उत्पादन का है, जिसके लिए यूपी पीएचडीसीसीआई, यूपीनेडा और राज्य सरकार मिलकर काम कर रहे हैं। अनिल गुप्ता, उपाध्यक्ष, पीएचडीसीसीआई एवं सीएमडी, केईआई इंडस्ट्रीज ने नवीकरणीय ऊर्जा, सौर ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन और ऊर्जा भंडारण के क्षेत्र में यूपी के उज्ज्वल भविष्य पर भरोसा जताया। उन्होंने पीएम सूर्यघर: मुफ्त बिजली योजना को 2027 तक 22 GW लक्ष्य प्राप्त करने में महत्वपूर्ण बताया। राजेश निगम, को-चेयर, यूपी स्टेट पीएचडीसीसीआई एवं प्रेसिडेंट (टेक्निकल), करम ने बढ़ते वायु प्रदूषण से निपटने के लिए हरित ऊर्जा की आवश्यकता पर बल दिया और विक्रेताओं, उत्पादकों, आपूर्तिकर्ताओं से एक्सपो का पूरा लाभ उठाने का आग्रह किया।

डॉ0 आशीष कुमार गोयल, चेयरमैन, यूपीपीसीएल ने कहा कि उत्तर प्रदेश निवेश के लिए तेजी से पसंदीदा गंतव्य बन रहा है, न केवल सौर ऊर्जा में बल्कि सोलर पंप और बैटरी स्टोरेज में भी। उन्होंने नवीकरणीय ऊर्जा के जरिये 24x7 बिजली आपूर्ति का सपना साकार होने की उम्मीद जताई और बताया कि सरकार सौर परियोजनाओं के लिए सब्सिडी प्रदान कर रही है। नरेंद्र भूषण, अतिरिक्त मुख्य सचिव (ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा विभाग) एवं चेयरमैन, यूपीनेडा ने कहा कि उत्तर प्रदेश ऊर्जा खपत में देश में पहले स्थान पर है, इसलिए यहां सौर जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों की मांग लगातार बढ़ती रहेगी। आर.पी. गुप्ता, आईएएस (सेवानिवृत्त) ने ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन पर चिंता जताई और नवीकरणीय ऊर्जा के महत्व पर जोर दिया।

उन्होंने बताया कि भारत की वर्तमान कुल ऊर्जा उत्पादन क्षमता 500 GW है, जो 2047 तक 2,000 GW तक पहुँचने का अनुमान है, इसलिए बैटरी स्टोरेज टेक्नोलॉजी का विकास अत्यंत आवश्यक है। मुकुल सिंह, आईएएस (सेवानिवृत्त) ने लखनऊ में आयोजित इस एक्सपो को अभूतपूर्व बताया और देश में उच्च गुणवत्ता वाले सौर पैनलों के घरेलू उत्पादन को बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने भूमि उपलब्धता के आधार पर अनुसंधान और विकास को प्राथमिकता देने की सिफारिश की। पराग मिश्रा, सम्मेलन संयोजक, यूपेक्स 2025 एवं एमडी, जगनलाइट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने पीएम सूर्यघर: मुफ्त बिजली योजना को वर्तमान की सबसे लोकप्रिय योजना बताया और स्थानीय सौर विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए लाभकारी उत्पादन नीतियों की आवश्यकता पर जोर दिया। इस अवसर पर पीएचडी सीसीआई के क्षेत्रीय निदेशक अतुल श्रीवास्तव मौजूद थे।

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