आध्यात्मिक सम्राट कचहरी बाबा आश्रम में 40वां निर्वाण दिवस
◆पूजन तथा भंडारे का आयोजन
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◆संतों-महात्माओं, न्यायिक अधिकारियों सहित श्रद्धालुओं की भारी भीड़
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मिर्जापुर। धर्मक्षेत्र के प्रख्यात सन्त ब्रह्मलीन चक्रवर्ती सम्राट कचहरी बाबा आश्रम में सोमवार, 7 अक्टूबर को 40वें निर्वाण-दिवस पर आयोजित वार्षिक श्रृंगार तथा भण्डारा का आयोजन किया गया, जिसमें संतों का सम्मान किया गया।जिले के कोने-कोने से आए सन्तों एवं महंतों की उपस्थिति रही। सम्मेलन में कचहरी बाबा के त्याग, साधना एवं सिद्धि को अनुकरणीय बताया गया तथा उनके आदर्शों को साकार करने पर बल दिया गया।
आश्रम में आए सभी सन्तों का सम्मान कचहरी बाबा आश्रम के महंत श्रीकांत महाराज, कोतवाल तेजबलीदास एवं दिव्यानन्द के साथ आश्रम कमेटी के संरक्षक सुरेश त्रिपाठी, एडवोकेट, अध्यक्ष विजय सिंह, एडवोकेट तथा सचिव आशीष दुबे ने किया। प्रमुख महंतों में हाई माई आश्रम के महंत द्वारिका बाबा, गैबीघाट हनुमान मंदिर के महंत रामानुज महाराज, बालनाथ आश्रम, बरकछा के महंत धर्मराज महाराज, लोहदी के वाहे गुरु महाराज, कबीर मठ के राधे महाराज, पंचू महाराज, विजय नारायण दास आदि थे।
आश्रम कचहरी बाबा के जयकारे से गूँज रहा था। आश्रम की उस चारपाई को जिस पर कचहरी बाबा शयन करते थे, फूलों से सजाया गया था। पूजन के बाद हवन में श्रद्धालु नर-नारियों के आहुति- मन्त्रों से परिसर गूँज रहा था। परंपरा के मुताबिक भारी संख्या में जनपद न्यायाधीश सहित न्यायिक अधिकारियों ने भी आश्रम में आकर अपनी उपस्थिति से आयोजक मण्डल का उत्साहवर्धन किया। इसके बाद आम श्रद्धालुओं के लिए भंडारा शुरू कर दिया गया। नगर का सर्वाधिक विशाल भंडारा इसी आश्रम में सन्चालित होता है।
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सलिल पांडेय, मिर्जापुर
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