नागरिकों को अधिकार के साथ कर्तव्य पर भी सोचना चाहिए - महेंद्र नाथ देव पाण्डेय

Nov 27, 2024 - 14:47
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नागरिकों को अधिकार के साथ कर्तव्य पर भी सोचना चाहिए - महेंद्र नाथ देव पाण्डेय

सर्वोच्च न्यायालय मौलिक अधिकारों का संरक्षक - विनोद चौबे एडवोकेट ।

75 वें संविधान दिवस पर सम्मानित हुए प्रतिभागी 

हिन्द भास्कर ब्यूरो 

सोनभद्र । 

ईश्वर प्रसाद स्नातकोत्तर महाविद्यालय दे उ रा राजा , पसही में 75 वें संविधान दिवस पर वर्णित मूलाधिकार और कर्तव्य विषय पर मंगलवार को भाषण प्रतियोगिता हुई । इसमें बीए, एम ए और बी काम से कुल 18 प्रतिभागी छात्र _ छात्राओं ने एक से बढ़कर एक तर्क पूर्ण विचार व्यक्त किए । छात्रा लारैब प्रथम , आरती मौर्या द्वितीय और फिज़ा को तीसरा स्थान प्राप्त होने पर , स्मृति चिन्ह , मेडल और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर मुख्य अतिथि पूर्व संयुक्त निदेशक न्याय विभाग महेंद्र नाथ पाण्डेय और विशिष्ट अतिथि सोनभद्र बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष प्रसिद्ध अधिवक्ता विनोद चौबे एडवोकेट ने प्रदान

किया ।

गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि

महेंद्र देव पाण्डेय ने संविधान दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नागरिकों को केवल अपने अधिकार के बारे में ही नहीं बल्कि कर्तव्यों के बारे में भी गंभीरता पूर्वक सोचना चाहिए ।

 विशिष्ट अतिथि

विनोद चौबे ने कहा कि हमारे संविधान निर्माताओं ने मूल अधिकार का संरक्षक सर्वोच्च न्यायालय को बनाया है । उन्होंने आह्वान किया कि 1950 में लागू संविधान की मूल प्रति की अनुकृति

अवश्य सभी को पढ़नी चाहिए जिससे प्रस्तावना के बारे में सम्यक जानकारी हो जाय ।

भाषण प्रतियोगिता का शुभारंभ

मां सरस्वती , बाबा साहब भीम राव अंबेडकर और स्मृति शेष ईश्वर प्रसाद के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से वैदिक मंत्रोचार के बीच हुआ ।

पीजी कालेज के प्रबंधक

मनीष पाण्डेय से शब्द प्रसून से स्वागत करते हुए मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि का सारस्वत सम्मान किया ।

 प्रतियोगिता की अध्यक्षता

प्रबंध समिति के संरक्षक बद्री नाथ पाण्डेय एडवोकेट

 धन्यवाद ज्ञापन

समाज शास्त्री डॉ विमलेश कुमार त्रिपाठी और

 संचालन

पत्रकार शिक्षक भोलानाथ मिश्र ने किया ।

निर्णायक मण्डल

उप प्राचार्य राजेश कुमार द्विवेदी , प्राध्यापक शिक्षा शास्त्र मृत्युंजय पाठक और गृहविज्ञान की गीता मौर्या शामिल थी । टाइम कीपर की भूमिका में विनय कुमार प्रजापति थे तो अनुशासन की जिम्मेदार नेहा मौर्या को दी गई थी ।

 इस गोष्ठी में जनपद न्यायाल के अधिवक्ता रामनरेश मौर्य एडवोकेट ,गीता बौद्ध एडवोकेट समेत अन्य गणमान्य संविधान दिवस पर आयोजित सफल भाषण प्रतियोगिता के प्रत्यक्ष दर्शी बनें ।

ज्ञात हो ईश्वर प्रसाद पीजी कालेज में हर माह समय के अनुकूल इस तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित होती रहती हैं और इसमें अपने अपने क्षेत्रों के जाने माने

विद्वान मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किए जाते है। इस तरह के आयोजन के लिए पीजी कालेज की प्रबंध समिति तत्पर रहती है । ग्रामीण क्षेत्र का यह पीजी कालेज सामाजिक चेतना का केंद्र बनता जा रहा है ।

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