वन क्षेत्राधिकारी पर अतिक्रमण को बढ़ावा देने के आरोप

जनहित कार्य में बाधा से ग्रामीणों में आक्रोश
विनोद कुमार यादव
हिन्द भास्कर
नौगढ़, चन्दौली।
मझगाई रेंज के वन क्षेत्राधिकारी पर जंगल क्षेत्र में अतिक्रमण को बढ़ावा देने और जनहित के कार्यों में बाधा पहुंचाने के गंभीर आरोप लगे हैं। क्षेत्र के ग्रामीणों में इसको लेकर गहरा रोष है। सूत्रों के अनुसार, मझगाई व जयमोहनी रेंज के दर्जनों गांवों—जैसे देवदत्तपुर, भैसौड़ा, परसिया, सोनवार, तेंदुआ, अमदहां आदि में जंगल की भूमि पर तेजी से अवैध कब्जा हो रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि विभाग की मौन सहमति से पक्के मकान, बाउंड्रीवाल और सड़कें तक बनाई जा रही हैं।
बिना अनुमति हो रहा बोरिंग और निर्माण कार्य
जानकारी के अनुसार, कई स्थानों पर बिना अनुमति के बोरिंग कर भूजल का दोहन किया जा रहा है। बावजूद इसके, वन विभाग की ओर से किसी भी प्रकार की सख्त कार्रवाई नहीं की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि जहां वन कर्मियों से "समझदारी" है, वहां काम निर्बाध जारी है, लेकिन जहां जनहित से जुड़े कार्य किए जा रहे हैं, वहां विभाग सख्ती दिखा रहा है।
पाइपलाइन योजना में डाली गई बाधा
जल जीवन मिशन के तहत पेयजल आपूर्ति के लिए जब पाइपलाइन बिछाने का कार्य चल रहा था, तो पोकलेन मशीन को जबरन कब्जे में लेकर रेंज कार्यालय ले जाया गया। इससे ग्रामीणों में नाराजगी और बढ़ गई है।
वन क्षेत्राधिकारी मकसूद हुसैन ने इस संबंध में कहा, "हमें सूचना प्राप्त हुई थी कि बिना अनुमति के जंगल क्षेत्र में जेसीबी मशीन द्वारा पाइपलाइन बिछाई जा रही है। मौके पर वन विभाग की टीम भेजी गई और मशीन को कब्जे में ले लिया गया है। यह कार्रवाई विभागीय नियमों के तहत की गई है।"
प्रशासन से कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वन विभाग केवल उन्हीं पर कार्रवाई करता है, जिनसे तालमेल नहीं होता। वहीं, बड़े पैमाने पर हो रहे अवैध कार्यों पर जानबूझकर आंखें मूंदी जाती हैं।
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से पूरे मामले की जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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