एमएसएमई की आर्थिक विकास, रोजगार और नवाचार में अहम भूमिका

एमएसएमई की आर्थिक विकास, रोजगार और नवाचार में अहम भूमिका

Jun 28, 2025 - 10:50
 0  51
एमएसएमई की आर्थिक विकास, रोजगार और नवाचार में   अहम भूमिका

लखनऊ(हिन्द भास्कर):- फिक्की फ्लो लखनऊ चैप्टर ने होटल क्लार्क्स अवध में एमएसएमई डे 2025 मनाया। इस अवसर पर लघु और मध्यम महिला उद्योगपतियों ने डिजिटल ढांचा, कुशल श्रमिक, बाजार पहुंच और फंडिंग की कमी जैसे मुद्दों को उठाया। टेक्नोलॉजी, सप्लाई चेन, डेटा सुरक्षा और स्किल डेवलपमेंट में सरकार से ज़मीनी सहयोग की मांग की गई, ताकि एमएसएमई सेक्टर सशक्त और आत्मनिर्भर बन सके।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। शी मीन्स बिजनेस नामक कार्यक्रम दिन का मुख्य आकर्षण रहा, जिसमें महिला उद्यमी नेतृत्व और एमएसएमई योजनाओं पर पैनल में चर्चा हुई।

आज की पैनल चर्चा में

जैबा सारंग, संस्थापक, आईथिंक लॉजिस्टिक्स, मुंबई ने कहा कि यदि बिज़नेस करना है तो मदद पाने के लिए आपको हाथ बढ़ाकर मदद मांगनी होगी। चुनौती आपके लिए अवसर लाती है। श्रुति चंद संस्थापक नारिका ,बैंगलोर ने कहा कि आपके जीवन में आए महत्वपूर्ण मोड़ से आपको आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा मिलनी चाहिए। दूसरा, बड़ा सोचें और उसे हासिल करने के लिए काम करें। तीसरा, अपने विकास के लिए खुद को अपग्रेड करते रहना चाहिए।

शिवांगी सिंह उपायुक्त, डीआईसी, लखनऊ ने बताया कि प्रदेश सरकार एमएसएमई के लिए वृहद स्तर पर कार्य कर रही है उन्होंने कहा कि आज शिक्षा और व्यवसाय की मानसिकता में बदलाव से पहले, महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए समाज की मानसिकता को बदलना ज़रूरी है। फिक्की फ्लो की राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष पूजा गर्ग ने बताया कि भारत में लगभग 6.4 करोड़ MSMEs हैं, जो आर्थिक विकास, रोजगार और नवाचार में अहम भूमिका निभाते हैं।

इस ज्ञानवर्धक कार्यक्रम में फिक्की फ्लो लखनऊ चेयर पर्सन वंदिता अग्रवाल ने बताया कि इस दिन का उद्देश्य इन उद्यमों के योगदान को उजागर करना और सरकारों के सतत विकास लक्ष्यों में उनकी भूमिका को पहचान देना है। हालांकि, इन व्यवसायों को चलाने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जैसे – डिजिटल अवसंरचना की कमी, स्किल्ड वर्कफोर्स की कमी, सीमित बाजार पहुंच और वित्तीय सहायता की जटिलता मुख्य है। विशेषज्ञों ने एमएसएमई क्षेत्र में अपनी यात्रा, अंतर्दृष्टि और अवसरों को साझा किया।

फ्लो सदस्यों ने चर्चा से मूल्यवान जानकारी प्राप्त की, जिसमें महिला उद्यमिता की भावना का जश्न मनाया गया और एमएसएमई पारिस्थितिकी तंत्र में उनकी भागीदारी को बढ़ाने के तरीकों की खोज की गई। कार्यक्रम में पूर्व चेयर पर्सन स्वाति वर्मा, विभा अग्रवाल, फ्लो लखनऊ की वरिष्ठ उपाध्यक्ष सिमरन साहनी,वनिता यादव,शमा गुप्ता और देवांशी सेठ सहित 100 से अधिक फ्लो सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन आनंदी अग्रवाल ने किया।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow