डॉ मधु सत्यदेव का निधन संस्कृत जगत की अपूरणीय क्षति: प्रो० राजवंत राव
हिन्द भास्कर, गोरखपुर।
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग की कृतकार्य आचार्य मधु सत्यदेव की निधन पर संस्कृत विभाग ने गहरा शोक प्रकट किया. इस अवसर पर विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर राजवंत राव ने शोक प्रकट करते हुए कहा कि डॉ मधु सत्यदेव संस्कृत साहित्य की उच्च कोटि की विदुषी थीं. वह बेहद संवेदनशील एवं उदार अध्यापिका थीं. उनके असम एक निधन से न केवल संस्कृत विभाग की अपितु समाज की भी क्षति हुई है.
इस अवसर पर संस्कृत विभाग की समन्वयक डॉ. लक्ष्मी मिश्रा ने कहा कि वह एक नेक दिल इंसान थीं.डॉ सूर्यकांत त्रिपाठी ने उनके गहन शोध कार्यों पर विस्तार से चर्चा की. डॉ देवेंद्र पाल ने उनके गहरे सामाजिक सरोकारों पर प्रकाश डाला. डॉ रंजन लता ने शोध छात्रों के साथ उनके सरोकार व सह्रदय भाव की चर्चा की. हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर कमलेश गुप्त ने डॉ.मधु सत्यदेव से जुड़े संस्मरणों को साझा किया.
इस अवसर पर डॉ. रंजन लता, डॉ. कुलदीपक शुक्ल, डॉ.स्मिता द्विवेदी, डॉ. मृणालिनी समेत विभाग के कर्मचारी एवं विद्यार्थी भी शोकसभा में शामिल हुए.
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