श्री अजय शेखर सम्मान से सम्मानित होंगे डॉ लखन राम जंगली

Apr 11, 2025 - 16:12
Apr 11, 2025 - 18:15
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श्री अजय शेखर सम्मान से सम्मानित होंगे      डॉ लखन राम जंगली

समकालीन रचनाधर्मिता पर विमर्श होगा

       गोष्ठी में ।

____' अ गोरी की मंजरी ' व बारिशें धूप

         की होती रही ' पुस्तकों का विमोचन

हिन्द भास्कर 

सोनभद्र । प्रसिद्ध साहित्यकार, मधुरिमा

 संगोष्ठी के संस्थापक निदेशक के नाम पर श्री अजय

शेखर सम्मान_ 2025 , 13 अप्रैल , दिन

रविवार को दोपहर एक बजे नगरपालिका

के ' निराला ' सभागार में डॉ लखन राम

जंगली को प्रदान किया जाएगा ।

       यह जानकारी शुक्रवार को विख्यात

गीतकार , राष्ट्रीय संचेतना समिति के संयोजक जगदीश पंथी ने दी । अभी

हाल ही में काशी हिन्दू विश्व विद्यालय

स्थित सभागार में ' राहुल संस्कृत्यायन 

सम्मान ' और ' पंडित हरिराम द्विवेदी

स्मृति सम्मान ' से सम्मानित कवि पंथी

जी ने बताया कि ' विचार मंच ' के संयोजक

वरिष्ठ पत्रकार , लेखक नरेंद्र नीरव और

राष्ट्रीय संचेतना समिति के संयुक्त तत्वधान

में प्रत्येक वर्ष किसी न किसी समकालीन

रचना धार्मिता का निर्वहन करने वाले साहित्यकार को श्री अजय शेखर सम्मान

प्रदान किया जाता है ।

          भोजपुरी , लोकभाषा और हिंदी 

के कवि गीतकार पंथी जी ने यह भी बताया

कि भू _वैज्ञानिक प्रो. नागेश्वर दुबे की पुस्तक

' अ गोरी की मंजरी ' और प्रभात कुमार चौरसिया का काव्य संकलन ' बारिशे धूप

की होती रही ' का विमोचन होगा ।

        कार्यक्रम के आयोजक पंथी जी

ने बताया कि इस अवसर पर साहित्यकार

पत्रकार , कवि आमंत्रित किए गए हैं । उन्होंने कहा कि सार्थक रचना वही है जो

चेतन प्राणी को प्रभावित कर ले ।  

' समकालीन ' का अर्थ स्पष्ट करते हुए

उन्होंने कहा कि _ रचना उस समय के

बारे में है जब वह लिखी गई है , या उस

समय के बारे में है जो लेखक के लिए

प्रासंगिक है । रचना धार्मिता व्यक्ति सापेक्ष

है । परन्तु उससे कही ज्यादा समय , स्थान

व समाज सापेक्ष है । साहित्य स्व का विस्तार है और इस विस्तार में रचनाकार

परिवेश को स्वयं में समाहित करते हुए ,

खुद परिवेश में समाहित हो जाता 

है ।

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