विश्व एड्स दिवस आयोजित हुई गोष्ठी, निकली जागरूकता रैली
हिन्द भास्कर ब्यूरो
सोनभद्र।
रविवार को विश्व एड्स दिवस के अवसर पर साई हॉस्पिटल एण्ड कॉलेज ऑफ नर्सिंग व फार्मेसी, सजौर, राबर्ट्सगंज, सोनभद्र में अध्ययनरत छात्र छात्राओं,अध्यापकगण , कर्मचारीयों के सहयोग से प्रबंध निदेशक डाo अनुपमा सिंह व डाo संजय कुमार सिंह की देख रेख में विशाल रैली का आयोजन किया गया। रैली को साई हॉस्पिटल से प्रबंध निदेशक डाo अनुपमा द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। छात्र छात्राओं हाथ मे तख्तियां लिए हुए, साई हॉस्पिटल से कचहरी, महिला थाना, शीतला मंदिर मेंन चौक होते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पर सभा के रूप में तब्दील हो गई। प्रबंध निदेशक डाo अनुपमा सिंह ने बताया कि प्रत्येक वर्ष एक दिसम्बर को हम सभी जागरूकता रैली का आयोजन कर लोगों को जागरूक करने का कार्य करते आ रहे हैं। भारत में एचआईबी का पहला मामला 1986 में सामने आया । एड्स एचआईबी संक्रमित मरीज को बुखार, ठंड लगना, गले में खराश, मांस पेशियों में दर्द, शरीर पर चकत्ते होना, रात को पसीना आना, थकान, जोड़ो में दर्द होता है । एड्स संक्रमित मरीज अपनी पूरी लाइफ जी सकता है। इस बात की जागरूकता जगाना , कम्युनिटी स्तर पर , गांव मोहल्लों में लोगों को बताना होगा। 2024 की थीम है "सही रास्ता अपनाए, मेरा स्वास्थ, मेरा अधिकार!" ये थीम हमें बताती है कि हर एड्स/ एचआईबी संक्रमित इंसान का अधिकार है कि उसे सही इलाज , देखभाल, सेवा और बचाव का तरीका मिले। एड्स की सही जानकारी लोगो में ना होने तथा संक्रमित मरीज के प्रति भेद भाव करने के कारण इंसान की जिंदगी नर्क के समान हो जाती है । इसलिए रोगी के प्रति भेद भाव ना करके उन्हें इस रोग से बचाव का रास्ता मिल सकता हैं। संक्रमित इंसान के साथ उठने बैठने, साथ खाने पीने , से बिल्कुल नहीं फैलता है। इस रोग के प्रति सबसे जरूरी और अहम बात यह है कि सोशल मीडिया, फेस बुक, इंस्टाग्राम, वाट्स ग्रुप के साथ साथ कम्युनिटी स्तर पर लोगों को जागरुक किया जाए। रैली को प्रिंसिपल अंजलिन वेट्टी, प्रोo शिवकांत शर्मा, रागिनी श्रीवास्तव, दिव्यांशी बोस, ने संबोधित किए। सभी अध्यापकगण सहयोगी कर्मचारीयों ने रैली को सफल बनाने में अपना पूरा सहयोग किया।
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