नई शिक्षा नीति पर एफडीपी प्रोग्राम का वीसी प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य ने किया उद्घाटन
नई शिक्षा नीति पर एफडीपी प्रोग्राम का वीसी प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य ने किया उद्घाटन

हिन्द भास्कर(लखनऊ ब्यूरो):- विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) नई दिल्ली द्वारा स्पॉन्सर्ड नई शिक्षा नीति 2020 विषय पर जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर (राजस्थान) के द्वारा 8 दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) के आयोजन का शुभारंभ किया गया जिस कार्यक्रम में चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी, डेलावेयर, यूएसए के वाइस-चांसलर प्रोफेसर डॉ. विश्व नाथ मौर्य को मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया।
जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर के प्रोफेसर डॉ. राजेश कुमार दूबे डायरेक्टर, यूजीसी- एमएमटीटीसी ने उक्त अमेरिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विश्व नाथ मौर्य को बतौर चीफ गेस्ट आमंत्रित करके दिनांक 1 मार्च 2025 को नई शिक्षा नीति 2020 विषय पर आयोजित एफडीपी प्रोग्राम का उद्घाटन कराया और नई शिक्षा नीति पर कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अपने विचार शेयर किया।
प्रो. राजेश कुमार दूबे ने अपने संबोधन के दौरान मुख्य अतिथि प्रो. विश्व नाथ मौर्य से भारतीय और विदेशी शिक्षा पद्धति के मूलभूत अंतर पर अपने विचारों का आदान प्रदान करते हुए भारतीय संस्कृति पर भी प्रकाश डाला। उक्त कार्यक्रम के कॉर्डिनेटर डॉ. सुमन मौर्य ने मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किए गए चार्टर्ड इंटरनेशनल दा विंसी यूनिवर्सिटी यूएसए के वीसी प्रो. विश्व नाथ मौर्य का श्रोतागण के बीच संक्षिप्त परिचय कराते हुए जोरदार स्वागत किया।
बतौर मुख्य अतिथि प्रो. विश्व नाथ मौर्य ने नई शिक्षा नीति के अद्यतन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए छात्र छात्राओं के लिए वर्तमान में नई शिक्षा नीति के प्रासंगिकता और उपयोगिता से अवगत कराकर श्रोतागण का ध्यान आकर्षित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रो. वी.एन. के संबोधन के उपरांत जे.जे.टी. यूनिवर्सिटी, झुंझुनूं (राजस्थान) की रजिस्ट्रार और एफडीपी की को- कॉर्डिनेटर प्रो. मधु गुप्ता और डॉ. सुशीला दूबे ने मुख्य अतिथि प्रो. मौर्य को अपना आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया।
यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यूजीसी) नई दिल्ली द्वारा स्पॉन्सर्ड न्यू एजुकेशन पॉलिसी (NEP 2020): ओरिएंटेशन एंड सेंसिटाईजेशन विषय पर 8 दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (FDP) में भिन्न-भिन्न विश्वविद्यालयों से आमंत्रित भारी संख्या में विद्वान प्रोफेसर, डीन, डायरेक्टर और वाइस-चांसलर (कुलपति) ने प्रोग्राम के कॉर्डिनेटर डॉ. सुमन मौर्य और टीम मेंबर्स के सक्रिय सहयोग से अपनी बौद्धिक सहभागिता के साथ महत्वपूर्ण योगदान देकर कार्यक्रम को सफल बनाया।
उक्त कार्यक्रम के श्रोतागण में भिन्न भिन्न शिक्षण संस्थानों से भारी संख्या में छात्र छात्राएं भी शामिल होकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) बंगलौर के पूर्व चीफ डॉ. कृष्णास्वामी कस्तूरीरंगन (Dr K Kasturirangan) की अध्यक्षता में तैयार की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रासंगिकता से रूबरू हुए और केंद्रीय शिक्षा मंत्री, भारत सरकार द्वारा लागू किए गए पहले से बेहतर राष्ट्रीय शिक्षा नीति का पुरजोर समर्थन करते हुए प्रसन्नता व्यक्त किया।
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