संस्कृति पर्व का 34वाँ विशेषांक त्रिगुण सृष्टि का प्रयागपर्व : कुंभ
कुंभ पर्व और समुद्र मंथन
सनातन संस्कृति के लिए समर्पित भारत संस्कृति न्यास और संस्कृति पर्व प्रकाशन की मासिक पत्रिका संस्कृति पर्व ने कुंभ के अवसर पर अपने 34वें विशेष अंक को संयोजित कर 15 दिसंबर तक प्रकाशित करने का निर्णय लिया है। त्रिगुण सृष्टि का प्रयाग पर्व : कुंभ शीर्षक से प्रकाशित इस विशेष अंक में कुंभ का अध्यात्म, विज्ञान, लोक और परंपरा के साथ ही कुम्भ के दर्शन पर आधारित विशेष आलेख एवं शोधपत्र भारत और विश्व के विद्वानों से आमंत्रित किए जा रहे हैं। इस अंक की प्रस्तुति में अखिल भारतीय संत समिति, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद, श्री गंगा महासभा और काशी हिंदू विश्वविद्यालय के धर्म संस्कृति विभाग से विशेष सामग्री और सहयोग लेकर इस को भारतीय ज्ञान परंपरा के प्रतिनिधि साहित्य के रूप में प्रकाशित किया जा रहा है। कुछ प्रमुख विंदु इस प्रकार हैं:
कुंभ : दर्शन, विज्ञान और अध्यात्म
श्रीराम का दर्शन, कुंभ में राम
त्रिगुण सम्पन्न सृष्टि का स्वरूप
अध्याय नहीं, प्रवाह है संस्कृति
अणि, अखाड़े और संप्रदाय
संन्यास, संन्यासी और नगा
सप्तऋषियों का कुंभ स्नान
चिरंजीवियों का कुंभ स्नान
कुंभ माहात्म्य
प्रयाग, हरिद्वार, उज्जैन, नासिक
प्रयाग पर्व
अध्यात्म, विज्ञान और संकेत
सनातन विश्व के लिए कुंभ
आदि शंकराचार्य, महामना मदन मोहन मालवीय, भाईजी हनुमान प्रसाद पोद्दार सहित अनेक महापुरुषों के कुंभ पर विचार
इस हेतु सभी विद्वानों से निवेदन है कि 10 दिसंबर तक आलेख, शोधपत्र अवश्य उपलब्ध करा दें।
आलेख, शोधपत्र, विज्ञापन आदि प्रेषित करने हेतु संस्कृति पर्व की निम्नलिखित मेल का उपयोग कीजिए।
Editor.sanakritiparva@gmail.com
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