सहकार भारती के दो दिवसीय प्रांतीय सम्मेलन का कृषि मंत्री ने किया शुभारंभ
सहकार भारती के दो दिवसीय प्रांतीय सम्मेलन का कृषि मंत्री ने किया शुभारंभ

गोरखपुर(हिन्द भास्कर):- आज 31 मई को सहकार भारती का दो दिवसीय प्रांतीय सम्मेलन का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा की सरस्वती विद्या मंदिर की स्थापना भी सहकारिता का एक अनमोल स्वरूप है। जोकि गिरी जी और नागेंद्र जी (दाढ़ी बाबा) के दृदृसंकल्प का प्रतिफल है। यह जन सहयोग से निर्माण हुआ और आज विराट स्वरूप में दिखाई दे रहा है।
कृषि मंत्री ने कहा कि देश की आजादी की लड़ाई में जब जन सहभागिता हुई और गांधी जी के नेतृत्त्व में जनसैलाब निकला, जिसके बाद असहयोग आंदोलन से देश को आजादी दिलाई यह सहकारिता का ही प्रतिफल है। ऐसे ही महापुरुषों ने समाज के वंचित गरीब लोगों के लिए अपनी सोच से देश को सामाजिक और आर्थिक रूप से स्वालंबी बनाने की दिशा में मार्गदर्शन किया। हर काल में महापुरुषों ने समय-समय पर समाज और राष्ट्र को नई दिशा दी है। महात्मा गांधी, पं दीनदयाल उपाध्याय, दंतोंपंत ठेंगड़ी जैसे महापुरुषों के दूर दृष्टि ने जन सरोकारों से संबंधित एक मॉडल दिया। कहा गया है कि संघे शक्ति कलियुगे हर युग में महापुरुष हुए हैं और एक दृष्टि दिया है।
वर्तमान में सहकार भारती भी समूह के शक्ति के समान समाज को संगठित कर आर्थिक रूप से स्वालंबी बनाने की दिशा में कार्य कर रही है। उत्पादन, उत्पादक और उपभोक्ता यह तीन विषय है तीनों के बीच में समन्वय हो, सद्भाव हो और विश्वास के माहौल हो तीनों को लाभ अपने अनुकूल हो इसके लिए समन्वय बनाने की जरूरत है। विश्वास का माहौल तभी बन सकता है जब हम सहकारिता के माध्यम से एक दूसरे के प्रति पूरक बनाकर के कार्य करें। अपने उत्पादन में गुणवत्ता के साथ वृद्धि करें तभी यह संभव है। लागत कम हो और फायदा अधिक मिले। यह तभी समाज में समन्वय के साथ उत्पादन उत्पादक और उपभोक्ता के बीच में समन्वय स्थापित होगा।
हमें सर्व सुलभव्यवस्था बनाने की जरूरत है और सहकार भारती के माध्यम से यह संभव है। सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि सहकार भारती के संगठन के आधारशिला लक्ष्मण इनामदार जी ने दूर दृष्टि सोच के साथ रखी थी। आज हिंदुस्तान के हर जिलों में सहकार भारती का संगठन अपनी पहुंच बना चुकी है। संघ की स्थापना जिस चिंतन के साथ हुआ आज वह सेवा, समर्पण, सद्भाव, समन्वय के साथ देश का नेतृत्व दिख रहा है वह संघ का चिंतन सेवा के भाव को प्रलक्षित करती है। देश में सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व में चल रहा है। वहीं प्रदेश में सरकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व चल रही हैं। प्रदेश के कृषि मंत्री ने किसानों का आवाहन करते हुए कहा की सहकार भारती भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करें हर व्यक्ति अपने यहां एक गोपालन करें।
गोपालन से खेती की उर्वरा शक्ति में वृद्धि होगी जब जैविक खाद का प्रयोग करेंगे तो स्वस्थ रहेंगे हमारे किसान आर्थिक रूप से स्वावलंबी व सक्षम होंगे। रासायनिक फर्टिलाइजरों के अंधाधुंध प्रयोग के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसका रोकथाम के लिए हमें अपने खेती में रासायनिक फर्टिलाइजर प्रयोग नहीं करना चाहिए। जैविक की खेती की तरफ आगे बढ़े। हमारा देश स्वस्थ होगा और किसान भी खुशहाल होगा। इस दिशा में हम सबको मिलकर प्रयास करने की जरूरत है। यह आप लोगों के सहभागिता से ही संभव है।
वहीं मंत्री ने कहा कि मैं एक बार चुनाव प्रचार में गुजरात गया था और आनंदी दुग्ध फेडरेशन की पूर्व अध्यक्ष ने वहां के कार्य प्रणाली पर विस्तार से बताया कि फेडरेशन से जुड़े गोपालक कि अगर कोई भी गाय बीमार हो जाए हैं उसे परेशान होने की जरूरत नहीं होती सहकारिता के माध्यम से ऐसी व्यवस्था है कि 24×7 हेल्थ एम्बुलेंस सेवा है। गो पालक के घर तुरंत एंबुलेंस पहुंचकर ट्रीटमेंट करती है। इस तरह से कोऑपरेटिव फेडरेशन हमारे यहां गोपालको के पास होनी चाहिए। सहकार भारती के माध्यम से भी यह कार्य हो सकता है।
विश्वास एक अटूट पूंजी है सहकारिता के क्षेत्र में इफ्को / कृभको हर किसानों के अंदर सहकारिता का अटूट विश्वास का प्रमाण है। हर बोरी गुणवत्ता का अटूट विश्वास से जुड़ा हुआ है। कार्यक्रम के विषय पर चर्चा करते हुए सहकार भारती प्रदेश के अध्यक्ष डॉ० अरुण कुमार सिंह ने कहा कि सहकारिता से समृद्धि का उद्देश्य सहकारिता के माध्यम से सहकार भारती दृण संकल्पित है इसके लिए विभिन्न प्रकोष्ठों के माध्यम से समाज के कमजोर परिवार द्वारा समितियों का गठन कराकर स्वावलंबी बनाने का कार्य कर रही है उत्तर प्रदेश पीसीएफ के अध्यक्ष वाल्मीकि त्रिपाठी ने कहा कोई पद छोटा बड़ा नहीं होता उसके काम से उसकी पहचान है।
भारत माता को परम वैभव तक पहुंचाना है, यह हम सबका एक मात्र लक्ष्य है। पूरब से पश्चिम, उत्तर से दक्षिण हर जगह पर आज सहकार भारती कार्य कर रही है और हम सब उस गौरवशाली संस्था के सदस्य हैं। हम सब का एक मात्र लक्ष्य है। भारत के हर जन को समृद्ध की दिशा में पहुंचाना यही हम सब का उद्देश्य है। सहकार भारती के माध्यम से हम लोग इस कार्य को पूर्ण रूप से कर सकते हैं और लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव फेडरेशन के अध्यक्ष जितेंद्र बहादुर सिंह ने कहा सहकारिता के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत बनाने, समाज का अंत्योदय उत्थान करना सहकार भारती का उद्देश्य है।
सहकार भारती के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं संरक्षक दीनानाथ ठाकुर ने कहा राष्ट्र एक विशेष परिस्थिति से गुजर रहा है आज हम सबको जागना ही नहीं है बल्कि कार्य करने की जरूरत है और हमारी संस्कृति सेवा त्याग समर्पण की भूमि है और सामूहिक भाव से किसी लक्ष्य को प्राप्त करना ही यह सहकारिता ही है। देश में जन आंदोलन हुआ वह सहभागिता से और उसका ही परिणाम है कि देश को स्वतंत्रता मिली। कार्यक्रम का संचालन सहकार भारती के प्रदेश महामंत्री अरविंद दुबे ने किया।
आज पुण्यश्लोका माता अहिल्याबाई की 300 वर्ष जन्मशती दिवस पर एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में सुनील गुप्ता राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सहकार भारती, रमाशंकर जायसवाल उपसभापति पीसीएफ एवं सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारिणी सहकार भारती, रामाश्रय राय डायरेक्टर चीनी मिल संघ लखनऊ, संगठन पदाधिकारी कर्मवीर सिंह, डीपी पाठक, ओपी शास्त्री, विजय पांडे सरकार भारती महिला प्रमुख मीनाक्षी राय, नलिनी श्रीवास्तव मनोज शुक्ला आदि उपस्थित रहे।
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