सभ्यता और संस्कृति विद्यालयों में पैदा होती है, कार्यालयों एवं सचिवालयों में नहीं - अभिमन्यु प्रसाद त्रिपाठी

Feb 9, 2025 - 19:27
Feb 9, 2025 - 22:15
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सभ्यता और संस्कृति विद्यालयों में पैदा होती है, कार्यालयों एवं सचिवालयों में नहीं - अभिमन्यु प्रसाद त्रिपाठी

 श्रीमती शकुन्तला त्रिपाठी की तीसरी पुण्यतिथि पर दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि 

त्याग और ममता की सच्ची प्रतिमूर्ति थीं श्रीमती शकुंतला त्रिपाठी 

हिन्द भास्कर, गोरखपुर।

"सभ्यता एवं संस्कृति विद्यालयों में पैदा होती है, कार्यालयों एवं सचिवालयों मे नहीं।एक शिक्षक ही सभ्यता, संस्कृति एवं संस्कार का निर्माता होता है।स्व० श्रीमती शकुन्तला त्रिपाठी त्याग और ममता की सच्ची प्रतिमूर्ति थीं। वे सच्चे अर्थों में शिक्षिका ही नहीं वरन् पूरी पाठशाला थीं।" प्राथमिक शिक्षक संघ उ०प्र० के पूर्व अध्यक्ष अभिमन्यु प्रसाद त्रिपाठी ने पं० ठाकुर प्रसाद त्रिपाठी किसान पी०जी० कालेज आभूराम तुर्कवलिया गोरखपुर के श्रीमती शकुंतला त्रिपाठी सभागार में दिनांक 08 फरवरी 2025को स्व० शकुन्तला त्रिपाठी की तीसरी पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में उक्त वक्तव्य दिया। श्री त्रिपाठी कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि "वह एक शिक्षक थीं जो अपने विद्यार्थियों के उन्नति के लिए सदैव तत्पर रहीं। कोई भी शिक्षक छोटा बड़ा नहीं होता शिक्षक-शिक्षक होता है, दुनिया में विकास एक शिक्षक ही कर सकता है।"

     उक्त कार्यक्रम उ०प्र०प्राथमिक शिक्षक संघ के जनपदीय उपाध्यक्ष डॉ ० गोविंद राय की अध्यक्षता तथा विशिष्ट अतिथि प्रबंधक विश्वंभर नाथ इंटर कॉलेज रतनपुर, नौतनवां; उमेश शुक्ल की गरिमामय उपस्थिति में आयोजित किया गया।

      कार्यक्रम का आरंभ परम्परागत रूप से सरस्वती चित्र पर माल्यार्पण तथा समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं स्व० विभूतियों को पुष्पांजलि के माध्यम से हुआ जहां प्राथमिक विद्यालय के छात्र- छात्राओं द्वारा सरस्वती वन्दना, स्वागत गीत, नृत्य गीत आदि प्रस्तुत किये गये।

     त्रिपाठी ग्रुप आफ एजुकेशन की सभी संस्थाओं क्रमशः पं ठाकुर प्रसाद त्रिपाठी किसान पीजी कॉलेज, बीटीसी कॉलेज,आई टी आई कॉलेज एवं पं०त्रिलोकी नाथ त्रिपाठी किसान इंटर कॉलेज आभूराम,तुर्कवलिया के प्रबंधक ई० ए०एन०त्रिपाठी एवं उप प्रबंधक जितेन्द्र नाथ त्रिपाठी के साथ संस्थाओं के प्राचार्य, प्रधानाचार्य ने संयुक्त रूप से मंचासीन अतिथियों का माल्यार्पण, अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिह्न प्रदान कर स्वागत किया। ई० ए०एन०त्रिपाठी तथा इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ने शब्द सुमन अर्पित कर अतिथियों का सम्मान किया।

ई० ए०एन०त्रिपाठी ने अपने सम्बोधन में स्व० श्रीमती शकुन्तला त्रिपाठी जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे पं० त्रिलोकी नाथ त्रिपाठी किसान इंटर कॉलेज की प्रबंधक तथा तथा त्रिपाठी ग्रुप आफ एजुकेशन द्वारा संचालित सभी संस्थाओं की आजीवन संरक्षिका रहीं। वर्ष 2008 में शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के कारण राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्होंने जीवन का प्रत्येक पल बच्चों की सेवा, समाज सेवा में बिताया। आज उनकी तीसरी पुण्यतिथि पर हम उन्हें हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। 

  इसी क्रम में विशिष्ट अतिथि उमेश शुक्ल ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने संस्मरणों को भी साझा किया। जिनमें उन्होंने श्रीमती शकुंतला त्रिपाठी के द्वारा किए गए कार्यों की सराहना भी की। स्व० श्रीमती शकुन्तला त्रिपाठी को नमन करते हुए उन्होंने कहा कि जिस प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापिका के रूप में चार्ज लेने गयी वहा टाट पर बैठे शिक्षकों को देखकर बहुत दुःख प्रगट कीं और शिक्षक एवं आगन्तुकों के लिए तत्काल अपने तरफ से कुर्सियों की व्यवस्था किया ।ऐसे सरल व्यक्तित्व को मेरी भावपूर्ण श्रद्धांजलि। 

     अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ गोविंद राय ने कहा कि मां से बढ़कर इस संसार में कोई भी नहीं होता। माता श्रीमती शकुंतला त्रिपाठी एक आदर्श शिक्षिका थीं। 

 श्रद्धांजलि सभा को मदनपूरा इंटर कॉलेज की सहायक शिक्षिका श्रीमती सीमा त्रिपाठी ,डॉ० अशोक कुमार द्विवेदी प्रधानाचार्य पं० त्रिलोकी नाथ त्रिपाठी किसान इण्टर कालेज,तथा कृष्ण मुरारी पाठक प्राचार्य बी०टी०सी० संस्थान आभूराम तुर्कवलिया ने भी सम्बोधित किया। 

 इस अवसर पर बेसिक शिक्षा परिषद के विभिन्न विद्यालयों से कार्यक्रम में शामिल शिक्षक शिक्षिकाओं को भी माल्यार्पण तथा अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया। 

    ई० ए०एन०त्रिपाठी ने सभा में  अपनी मौसी एवं मामी को उपस्थित पा अत्यंत भावुकता पूर्वक अपनी पत्नी तथा बहनों सीमा, वन्दना तथा पूनम के साथ मिलकर उनका भी स्वागत सत्कार किया। साथ ही उपस्थित सभी सम्बंधियों को भी सम्मानित किया।

कार्यक्रम के प्रतिभागी बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया।

      अतिथियों का आभार ज्ञापन संस्थापक प्राचार्य डॉ० राम सांवले मिश्र ने किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में स्व० श्रीमती त्रिपाठी द्वारा प्राप्त स्नेह की चर्चा करते हुए कहा कि वह मेरी बहन के समान थीं। उनका व्यक्तित्व विशाल था। हमेशा सभी का ख्याल रखतीं। वह आदर्श गृहणी तथा आदर्श शिक्षिका की समन्वय थीं।

 कार्यक्रम में डायरेक्ट ई० प्रशान्त द्विवेदी , श्रीमती वन्दना पाण्डेय (बीटीसी) श्रीमती प्रियंका त्रिपाठी सहित सभी महिला शिक्षक,नवभारत कृषक इंटर कालेज के प्रबंधक डॉ उमेश चन्द्र उपाध्याय, डॉ वकील धर दूबे, हरीश नारायण पाण्डेय, सुरेन्द्र मिश्र, डॉ सतीश दुबे,डॉ सत्य प्रकाश नारायण यादव, डॉ राजकुमार यादव डॉ राजीव सिंह,ओंकार नाथ त्रिपाठी, अवनेश्वर नाथ त्रिपाठी, रजनीश,संदीप तिवारी,शिवम द्विवेदी , धर्मेंद्र चौहान, अरविंद मौर्य सहित प्रवक्ता तथा बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, परिवार के सभी सदस्य,प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्य, त्रिपाठी ग्रुप आफ एजुकेशन के सभी संस्थाओं के शिक्षक, कर्मचारी तथा छात्र - छात्राओं की उपस्थिति बनी रही। कार्यक्रम के समापन पर दो मिनट का मौन रखकर उस महती आत्मा को सभी ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया।

     राष्ट्रगान के साथ श्रद्धांजलि सभा का समापन हुआ।

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