उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे में आया ₹33,896.करोड़ का निवेश

Sep 23, 2025 - 19:44
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उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे में आया ₹33,896.करोड़ का निवेश

नौ प्रमुख रक्षा इकाइयों ने यूपी गलियारे में संचालन शुरू कर दिया है।

कानपुर, झाँसी और लखनऊ बने रक्षा निवेश के गढ़ 62 इकाइयों को जमीन आवंटित_।

हिन्द भास्कर,

लखनऊ।सितम्बर, 23 2025: देश के रक्षा और एयरोस्पेस विनिर्माण को सशक्त बनाने के उद्देश्य से 2018 में *उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा)* द्वारा *उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (यूपीडीआईसी)* की स्थापना की गयी थी। यह गलियारा उत्तर प्रदेश के छह रणनीतिक नोड्स—कानपुर, झांसी, लखनऊ, अलीगढ़, आगरा और चित्रकूट—में फैला हुआ है। यह लगातार रक्षा क्षेत्र में निवेश आकर्षित कर रहा है और प्रदेश को न केवल राष्ट्रीय, बल्कि वैश्विक रक्षा विनिर्माण के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित कर रहा है।

यूपीडा की नवीनतम प्रगति रिपोर्ट के अनुसार, यूपीडीआईसी के छह नोड्स में रक्षा क्षेत्र की नौ (9) प्रमुख इकाइयों ने अपना संचालन और उत्पादन शुरू कर दिया है, जो रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है। यूपीडीआईसी के विभिन्न नोड्स में अब तक *₹33,896 करोड़* के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इनमें से लगभग 62 कंपनियों को भूमि आवंटित की जा चुकी है‌। अधिकांशतः कंपनियों ने निर्माण कार्य शुरू करा दिया है। इसके अतिरिक्त, लगभग 10 कंपनियों के लिए पट्टा (लीज डीड) की प्रक्रिया प्रगति पर है।

*रक्षा गलियारे के विभिन्न नोड्स में प्राप्त निवेश- कानपुर में ₹1,2803 करोड़, झांसी में ₹11,276 करोड़, लखनऊ ₹4,850 करोड़, अलीगढ़ ₹3,872 करोड़, चित्रकूट ₹530 करोड़ और आगरा में ₹407 करोड़ रुपये का निवेश आया है* ।

कॉरिडोर में कई अग्रणी कंपनियों ने वाणिज्यिक उत्पादन शुरू कर दिया है। *अदानी डिफेंस सिस्टम्स एंड टेक्नोलॉजीज लिमिटेड* ने कानपुर में *₹1,500* करोड़ की लागत से बने गोला-बारूद निर्माण संयंत्र में संचालन शुरू कर दिया है। यह अब तक का सबसे बड़ा निवेश है। इस रक्षा कॉरिडोर में अत्याधुनिक इकाई गोला-बारूद उत्पादन में राष्ट्रीय मानकों को नई ऊंचाई देने के लिए तैयार है।

अलीगढ़ में, अमिटेक इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने ₹330 करोड़ के निवेश के साथ उन्नत इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम और सैटेलाइट तकनीक का उत्पादन शुरू किया है। वेरीविन डिफेंस प्राइवेट लिमिटेड ने ₹65 करोड़ के निवेश से छोटे हथियारों का निर्माण शुरू किया है, जबकि नित्या क्रिएशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने ₹12 करोड़ के निवेश से प्रिसिशन आर्म्स कंपोनेंट्स का उत्पादन शुरू कर दिया है।

लखनऊ रक्षा विनिर्माण और मिसाइल सिस्टम्स का एक नया केंद्र बनकर उभर रहा है। *एरोलॉय टेक्नोलॉजीज ने ₹320 करोड़* के निवेश से टाइटेनियम कास्टिंग का संचालन शुरू किया है। *डीआरडीओ की ब्रह्मोस एयरोस्पेस* ने ₹300 करोड़ की लागत से ब्रह्मोस एनजी मिसाइल सिस्टम के उत्पादन और असेम्बली की शुरुआत की है। संकल्प सेफ्टी सॉल्यूशंस ने ₹14 करोड़ के निवेश से सुरक्षा उपकरण और रक्षा कपड़ों का निर्माण शुरू किया है।

कानपुर की औद्योगिक गति को और मजबूती देते हुए, ए.आर. पॉलिमर्स प्राइवेट लिमिटेड ने ₹48 करोड़ के निवेश से बैलिस्टिक मटेरियल्स और सुरक्षा गियर का उत्पादन शुरू किया है। इसके अतिरिक्त, आधुनिक मटेरियल्स एंड साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड ने ₹38.58 करोड़ के निवेश से डिफेंस टेक्सटाइल्स का निर्माण शुरू किया है।

प्रधानमंत्री द्वारा 2018 में घोषित यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता को गति दे रहा है। प्लग-एंड-प्ले इंफ्रास्ट्रक्चर, एक्सप्रेसवे कनेक्टिविटी और सिंगल-विंडो क्लियरेंस जैसी सुविधाओं के साथ, यूपीडीआईसी उद्योगों को तेजी से स्थापित करने में सक्षम बना रहा है। निर्माण से आगे बढ़ते हुए, यह रोजगार, कौशल विकास और एंसिलराइजेशन को बढ़ावा दे रहा है—उत्तर प्रदेश के विशाल एमएसएमई इकोसिस्टम का लाभ उठाकर स्टार्टअप्स को वैश्विक रक्षा आपूर्ति श्रृंखला में एकीकृत कर रहा है। यह कॉरिडोर एयरोस्पेस और डिफेंस में अत्याधुनिक उत्पादन, नवाचार और निर्यात-उन्मुख विकास का एक रणनीतिक केंद्र बनता जा रहा है।

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