गरीबों के आंसू पोछना ही समाजवाद:- शिवपाल
गरीबों के आंसू पोछना ही समाजवाद:- शिवपाल

लखनऊ(हिन्द भास्कर):- महान समाजवादी चिंतक जनेश्वर मिश्र की जयंती के उपलक्ष्य में समाजवाद पर केंद्रित संगोष्ठी व कार्यशाला का आयोजन किया गया । इस अवसर पर समाजवादी चिंतक दीपक मिश्र द्वारा संपादित जनेश्वर विचार प्रदीपिका का विमोचन करते हुए सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह ने छोटे लोहिया की सीखों एवं संस्मरणों को साझा करते हुए कहा कि गरीबों, पीड़ितों और कमजोरों के बहते आंसू पोछना ही समाजवाद है।
हर तरह का मानवीय विभेद मिटना चाहिए और मिटाने के लिए सतत सामाजिक अभियान चलते रहना चाहिए। भाजपा सरकार राष्ट्रवाद के नाम पर अपना सांप्रदायिक एजेंडा थोप रही है। यह सरकार चंद पूंजीपतियों का हित साधने के लिए अधिकांश गरीबों के होठों की मुस्कान तक छीनने पर आमादा है , हमें हर मोर्चे पर लड़ना होगा। बहस चलानी होगी। समाजवादी पार्टी हर उस व्यक्ति की पार्टी है जो समाज में समरसता, सद्भाव और भाई चारा चाहता है।
समाजवादियों के मार्गदर्शन के लिए आज भले ही लोहियाजी, लोकनायक जयप्रकाश,नेताजी और जनेश्वरजी न हों लेकिन उनके अमर विचार सदैव रास्ता दिखाते रहेंगे। पूर्व मंत्री विदुषी सय्यदा शादाब फातिमा ने कहा कि सरकार बच्चों के विद्यालय तक बंद कर रही है, स्कूलों की बंद करने की बजाय उन्हें बेहतर बनाया जाना चाहिए। प्रख्यात समाजवादी चिंतक व जनेश्वरजी के शिष्य दीपक मिश्र ने कहा कि लोकतंत्र मजबूत होने की बजाय दिन प्रति दिन कमजोर होता जा रहा है।
देश के ऊपर 717.9 अरब डॉलर का कर्ज है , हम अरब पतियों के मामले में तीसरे स्थान पर है और प्रतिव्यक्ति के लिहाज से 139 देशों से पीछे हैं। कैलाश - मानसरोवर के दर्शन के लिए भी चीन का वीजा लेना पड़ता है। संगोष्ठी में रंजीत यादव, हरिशंकर, निसार अहमद आदि वक्ताओं ने सहभाग किया । इस अवसर पर समाजवादी किन्नर सभा की अध्यक्ष पायल ने साड़ी वितरण अभियान शुरू किया।
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