मेडिकल साइंस में एआई का बेहतर उपयोग कर सकते हैं चिकित्सक : ब्रजेश पाठक
उप मुख्यमंत्री ने किया दिशा हेल्थ एआई का शुभारम्भ

लखनऊ(हिन्द भास्कर):- उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने रविवार को लखनऊ के एक निजी होटल में दिशा डायग्नोस्टिक द्वारा आयोजित कार्यक्रम में "दिशा हेल्थ ए०आई० का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर ब्रजेश पाठक ने कहा कि मानव जीवन को स्वस्थ रखने के लिए हेल्थ सेक्टर जितना मजबूत होगा उतना ही हम सबको फायदा मिल पायेगा। उन्होंने कहा कि हमारे चिकित्सक मेडिकल साइंस में एआई का बेहतर उपयोग कर सकते हैं।
हम सब दुनिया के साथ कंधा से कंधा मिलकर इस विधा का उपयोग करते हुए मानव जीवन को बेहतर बनाने के लिए कार्य करेंगे। एआई मानव मस्तिष्क का स्थान नहीं ले सकता। इसलिए एआई का उपयोग करते समय चिकित्सकों को अपना दिमाग भी लगाना होगा। ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत कुछ बदलाव हो रहा है। उसमें निजी क्षेत्र की भी महत्वपूर्ण भूमिका है।
दिशा हेल्थ ए०आई० के निदेशक डॉ0 अमित शर्मा ने बताया कि यह भारत का पहला डाक्टर नेतृत्व वाला एवं कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित निवारक स्वास्थ्य परीक्षण माडल है। इसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश की जनता को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है ताकि समय रहते रोगों की पहचान हो सके। चिकित्सक की सलाह मिले और हर नागरिक के जीवन को अधिक स्वस्थ बनाया जा सके। यह वह मंच है जहां डाक्टर और डाटा साथ आकर निवारण को सर्वश्रेष्ठ उपचार बनाते हैं।
डॉ0 हनी भास्कर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हम हेल्थ एटीएम के माध्यम से व्यापक निवारक जांच को गति देंगे। राज्य के चिकित्सकों के लिए एआई प्रशिक्षण-कार्यशालाओं को संस्थागत बनाएँगे। मोबाइल स्क्रीनिंग और केंद्रीकृत दवा-वितरण की श्रृंखला को सुव्यवस्थित करेंगे और टेलीमेडिसिन, डेटा एनालिटिक्स तथा एआई-आधारित निर्णय-सहायता को चिकित्सा की मुख्यधारा में लाएँगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अवध प्रान्त के विशेष सम्पर्क प्रमुख प्रशान्त भाटिया ने कहा कि उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने उत्तर प्रदेश को स्वास्थ्य सेवाओं में नई दिशा दी है।
दिशा हेल्थ ने हम सबको एक साथ मिलकर परिवर्तन की नींव रखने का अवसर दिया है। क्रीड़ा भारती के प्रान्तीय उपाध्यक्ष अनुज तिवारी ने कहा कि जब हम आधुनिक विज्ञान और चिकित्सा तकनीक की बात करते हैं, तो यह स्पष्ट है कि परंपरा और आधुनिकता विरोधी नहीं—पूरक हैं। इसी संगम की धारा में, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) चिकित्सा में क्रांतिकारी बदलाव ला रही है। इस अवसर पर योग गुरु आर०एन० शर्मा और नीतेश प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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