निर्णायक संघर्ष के लिए तैयार रहें समाजवादी- शिवपाल
जनेश्वर मिश्र पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी व ई बुक का विमोचन
सामूहिक प्रतिकार जरूरी - माता प्रसाद,
साक्षात लोहिया थे जनेश्वर मिश्र - राजीव राय
समलक्षी हैं रामराज्य और समाजवाद - दीपक मिश्र।
लखनऊ: हिन्द भास्कर।
छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में समाजवादी नेता शिवपाल सिंह, नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे, सांसद राजीव राय, प्रोफेसर मनोज पांडे , नेपाल के पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र मिश्र, अमेरिका के सोशलिस्ट रेयान आंद्रे ने समाजवादी चिंतक दीपक मिश्र द्वारा संपादित ई बुक जन स्वर जनेश्वर (www.janeshwarji.in) का विमोचन किया । सपा महासचिव शिवपाल ने कहा कि जनेश्वर मिश्र के जीवन दर्शन से लोक संघर्ष की प्रेरणा मिलती है । समाजवादी लोकतंत्र, सामाजिक न्याय और समाजवाद के लिए निर्णायक संघर्ष हेतु तैयार रहें । जालिम सरकार को पलटना हर दौर के समाजवादियों का प्रथम और पवित्र पाथेय रहा है । जनेश्वर मिश्र ने कभी विचारों से समझौता नहीं किया । समाजवादी पार्टी लोहिया, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, जनेश्वरजी व नेताजी मुलायम सिंह यादव के दिखाए रास्ते पर चलने के लिए प्रतिबद्ध है । सरकार पोषित झूठ, सांप्रदायिकता, उत्पीड़न के खिलाफ छोटी छोटी संगोष्ठियों से लेकर बड़ी बड़ी रैलियों का आयोजन कर जन जागरण किया जाएगा और बहस चलाया जाएगा ।
उन्होंने प्रदेश पर बढ़ते प्रति कर्ज पर चिंता व्यक्त की । छोटे लोहिया के सहयोगी नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे ने बताया कि जहां कहीं भी पुलिसिया उत्पीड़न या सरकारी दामन होता था , वहां पहुंच कर जनेश्वरजी दबे कुचले लोगों को एकत्र कर सामूहिक प्रतिकार के लिए प्रेरित करते थे । वे न केवल वैचारिक प्रेरणा देते थे , अपितु विचार को मूर्त रूप देने का मार्ग भी बताते थे । हमें इस परंपरा को आगे बढ़ाना है । जनेश्वर के शिष्य सांसद राजीव राय ने कहा कि जनेश्वरजी के बताए रास्ते पर चलते हुए यथा संभव वंचितों की मदद करना हमारा लोककर्तव्य है । हमारी पीढ़ी को समाजवाद की शिक्षा छोटे लोहिया से मिली । कई अर्थों में वे साक्षात् लोहिया थे ,उनके विचार हमारी थाती है । नेपाल के पूर्व मंत्री और जनता पार्टी के महासचिव वीरेंद्र मिश्र ने जनेश्वर मिश्र को एशिया के समाजवादियों का सेतु बताया । प्रो मनोज पाण्डेय ने कहा कि लोहिया और जनेश्वर समान शिक्षा नीति के पक्षधर थे जो समय की सबसे बड़ी मांग है । अमरीका से आए सोशलिस्ट रेयान आंद्रे ने लोहिया के विचारों को दुनिया की बेहतरी के जरूरी बताया । शिवपाल ने आंद्रे को लोहिया एंड अमरीका मीट पुस्तक भेंट की जो लोहिया द्वारा अमरीका में किए गए सत्याग्रह पर आधारित है । समाजवादी चिंतक व बौद्धिक सभा के अध्यक्ष दीपक मिश्र ने कहा कि लोहिया और जनेश्वर के समाजवादी विचारधारा से भटकने के कारण आर्थिक विषमता और सामाजिक तनाव दिनोदिन बढ़ रहा है । दीपक में जनेश्वर के कथन को उद्धृत करते हुए कहा कि रामराज्य और समाजवाद को तात्विक दृष्टिकोण से देखेंगे तो समलक्षी और समदर्शी पाएंगे । जो समाजवाद के विरोधी हैं , वे रामराज के पक्ष पोषक नहीं हो सकते । ई बुक में जनेश्वरजी के समकालीन समाजवादी आंदोलन और विचारधारा के इतिहास को रेखांकित किया गया है । इसमें मुलायम सिंह यादव , मोहन सिंह, ब्रजभूषण तिवारी, प्रो सत्यमित्र, अखिलेश यादव,प्रोफेसर राम गोपाल यादव, शिवपाल यादव , राजीव राय के लेख हैं । अपने लिखित संदेश में सपा अध्यक्ष अखिलेश ने ई बुक को एक पहल कहा है । संगोष्ठी में विधायक सुधाकर सिंह, प्रोफेसर अंशु केडिया, प्रो रामजी , प्रो तिर्मल यादव, निसार अहमद समेत कई समाजवादियों और बौद्धिकों ने विचार व्यक्त किए ।
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