नपं पीपीगंज में आबादी की जमीन पर हो रहे कब्जे पर लगा विराम
हिन्द भास्कर, गोरखपुर।
(पीपीगंज से हिन्द भास्कर के लिए सत्यप्रकाश त्रिपाठी की रिपोर्ट)
सोशल मीडिया पर कब्जे की खबर वायरल होने पर अधिशाषी अधिकारी ने छुट्टी के दिन लिया एक्शन
दो वर्ष पूर्व भी अवैध निर्माण कार्य पर चला था बुलडोजर
पीपीगंज।नगर पंचायत पीपीगंज में दो वार्डो में स्थित करोड़ो की आबादी की जमीन पर हो रहे अवैध निर्माण की शनिवार को सोशल मीडिया पर उठे तमाम सवालों के बाद रविवार को अधिशाषी अधिकारी ने रोक लगाकर कब्जाधारक को बिना नक्शा पास कराए निर्माण कार्य न कराने की चेतावनी जारी की है।जबकि दो वर्ष पूर्व भी वार्ड नम्बर 19 में हुए अवैध कब्जे को बुलडोजर से ध्वस्त किया गया था।
बता दें कि वार्ड संख्या 12 एवं 19 स्थित आबादी की जमीन पर बीते 3 दिनों से बिना नक्शा पास कराए श्रेणी 6(2)की खाली पड़ी आबादी की भूमि पर कुछ अराजकतत्वों द्वारा अवैध तरीके से निर्माण कार्य कराया जा रहा था लेकिन नगर पंचायत के जिम्मेदारों द्वारा सूचना के बाद भी कार्यवाही में हिला हवाली की खबर मिलने के बाद अवैध निर्माण को लेकर बीती रात सोशल मीडिया पर कब्जे के विरोध में तमाम आरोप प्रत्यारोप शुरु हो गया जिसकी सूचना मिलने के बाद रविवार को सुबह मौके पहुचे नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी आंजनेय मिश्रा,लिपिक अजित यादव एवं दर्जनों कर्मचारियों ने बिना नक्शा पास कराए हो रहे निर्माण कार्य को रोकते हुए भविष्य में नियम विरुद्ध तरीके से निर्माण कार्य न करने की सख्त चेतावनी दी है जिसके बाद कब्जाधारकों के साथ साथ सफेदपोश बिचौलियों में हड़कंप मच गया है।साथ ही नफ़र पंचायत की करोड़ो की संपत्ति को बचाने के लिए मुखर हुए नागरिकों ने राहत की सांस ली है।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार विगत कुछ महीनों से नगर पंचायत में एक कॉकस कुछ इस तरह से सक्रिय हो चुका है जो नगर की सरकारी जमीनों को चिन्हित कर आसपास के लोगों एवं भूमाफियाओं से मोटी रकम लेकर कब्जा कराने की मुहिम छेड़ रखी है जिसमे से मनपसंद सरकारी भूमि को कब्जा कराने के एवज में मोटी रकम तय करके पहले नक्शा पास कराने के नाम पर फिर कब्जा कराने के नाम पर अग्रिम धनराशि वसूल कर निर्माण कार्य शुरू करा दे रहे हैं।तो दूसरी तरफ नगर पंचायत से नोटिस भी जारी कराकर करोड़ो की जमीनों का लाखों के रुपये में सौदा किया जा रहा है जिसमे नगर के जिम्मेदारों को भी मैनेज करने का भी दावा किया जा रहा है यहीं से असली खेल की शुरुआत हो रही है।जिसमे करीब आधा दर्जन जमीनों को कब्जा कराने में सफल हो चुके कॉकस का मनोबल दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।
इसी क्रम में कुछ बिचौलियों द्वारा नगर के वार्ड नम्बर 19 में श्रेणी 6(2) की आबादी की जमीन पर एक व्यवसायी से कथित कब्जे के आधार पर एक वर्तन व्यवसायी के नाम करीब दो वर्ष पूर्व रजिस्ट्री बैनामा कराकर उस पर बाउंड्री वाल और गेट लगाकर कब्जा कर लिया गया जिसके बाद तत्कालीन सभासदों की शिकायत पर तत्कालीन अधिशाषी अधिकारी ने राजस्व विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की जांच के बाद उक्त निर्माण को अवैध करार देते हुए बुलडोजर से ध्वस्त कराकर निर्माण सामग्री भी जब्त कर लिया गया था।
सूत्रों की मानें तो दो वर्ष बाद बीते तीन दिनों से वार्ड नम्बर 12 एवं 19 में एक साथ तीन दिनों से पुनः आबादी की खाली पड़ी करोड़ो रूपये की जमीनों पर युद्ध स्तर पर निर्माण कार्य चालू हो गया था।
लेकिन रविवार की ईओ ने दोनों स्थलों पर हो रहे निर्माण कार्य को बिना नक्शा पास कराने और उचित कागजात न दिखाए जाने के चलते एक बार फिर निर्माण कार्य पर ब्रेक लगा दिया।
इस सम्बंध में अधिशासी अधिकारी आंजनेय मिश्रा का कहना है कि सूचना मिली थी कि दो वार्ड नम्बर 12 एवं 19 में आबादी की जमीन पर अवैध निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इसके पश्चात उन्हें नोटिस भेजकर निर्माण कार्य रोकने को कहा गया, साथ में जमीन से संबंधित साक्ष्य दिखाने को कहा गया।उसके बाद भी निर्माण कार्य जारी था जिसे आज बन्द कराकर चेतावनी दी गईं है।
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