सीएम योगी की निष्पक्ष नीति से बनीं देश की सिपाही, 12 हजार से अधिक बेटियों को मिला रोजगार का अवसर
सीएम योगी की निष्पक्ष नीति से बनीं देश की सिपाही, 12 हजार से अधिक बेटियों को मिला रोजगार का अवसर

अमिताभ चौबे की रिपोर्ट
लखनऊ(हिन्द भास्कर):- गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 60,244 नव चयनित सिपाहियों को नियुक्ति पत्र सौंपकर उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
आप को बता दें कि उत्तर प्रदेश के इतिहास में यह पहली बार ऐसा हुआ है जिस मै पुलिस विभाग में इतनी बड़ी संख्या में युवाओं को एक साथ नियुक्ति पत्र सौंपे गए हैं। वहीं इस नियुक्ति प्रक्रिया में 12 हजार से अधिक लड़कियों को भी रोजगार का अवसर मिला है। जिससे प्रदेश भर में की युवतियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।
बरेली की लवी चौहान ने कहा कि हमें मेहनत का फल मिला है। सीएम योगी की वजह से ईमानदारी से भर्ती संभव हो सकी है। एक भी रुपए कहीं देने की जरूरत नहीं पड़ी। वहीं, बरेली की इजमा बी ने कहा कि पहली बार योग्यता के आधार पर इतनी बड़ी संख्या में नौकरी मिली है। वहीं प्रीति अपने खानदान की पहली सरकारी नौकरी पाने वाली युवती बन गई हैं। उन्होंने कहा, यह सब सीएम योगी की नीतियों की वजह से संभव हो पाया है।
फिरोजाबाद की नीति यादव और बरेली की राधा पाल ने भी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब बेटियों को बराबरी का अवसर मिल रहा है। योगी सरकार की ईमानदार व्यवस्था से हजारों युवाओं के घरों में रोजगार का उजाला पहुंचा है। यह ऐतिहासिक भर्ती अभियान योगी सरकार की सुशासन और पारदर्शिता की मिसाल बनकर उभरा है। जहां एक ओर युवाओं को रोजगार मिला, वहीं दूसरी ओर लड़कियों को भी सम्मान और आत्मनिर्भरता की राह मिली।
प्रयागराज के अनुराग शर्मा ने बताया कि पहले की सरकार के दौरान पैसे वालों को ही नौकरी मिलती थी, लेकिन अब मेहनत करने वालों को मौका मिल रहा है। यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निष्पक्ष परीक्षा व्यवस्था का परिणाम है।
अमेठी के निवासी अखिलेश यादव ने बताया कि वे अपने परिवार के पहले व्यक्ति हैं, जिन्हें सरकारी नौकरी मिली है। यह सब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्त नीतियों के कारण ही संभव हो पाया है।
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