गोरखपुर में देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत ऑडिटोरियम का मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन

गोरखपुर में देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत ऑडिटोरियम का मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन

Dec 10, 2025 - 12:41
Dec 10, 2025 - 13:18
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गोरखपुर में देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत ऑडिटोरियम का मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन
  • जनरल रावत की प्रतिमा का अनावरण कर मुख्यमंत्री ने अर्पित किए श्रद्धा सुमन, प्रदर्शनी का किया अवलोकन
  • पीएम मोदी के पंच प्रण को जीवन के शाश्वत मंत्र के रूप में अपनाएं नागरिक : मुख्यमंत्री
  • हर वर्ष 8 दिसंबर को जनरल रावत की स्मृति में प्रेरणा दिवस मनाए सैनिक स्कूल
  • जनरल बिपिन रावत में था मातृभूमि के प्रति समर्पण का भाव
  • यूपी के सैनिक स्कूल में बालिकाओं के लिए किया आरक्षण का प्रावधान

गोरखपुर(हिन्द भास्कर):- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की चतुर्थ पुण्यतिथि पर सैनिक स्कूल, गोरखपुर में नव निर्मित जनरल बिपिन रावत प्रेक्षागृह का लोकार्पण एवं उनकी प्रतिमा का अनावरण किया। आगे मुख्यमंत्री योगी ने गोरखपुर के सैनिक स्कूल में बन रहे देश के पहले सीडीएस (चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ) जनरल बिपिन रावत के नाम पर बने एक हजार से अधिक की क्षमता के ऑडिटोरियम के उद्घाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा का भी अनावरण किया और महान सैन्य नायक को श्रद्धा सुमन अर्पित करे हुआ कहा कि जनरल बिपिन रावत में मातृभूमि के प्रति समर्पण का भाव दिखता था। उनमें देश के प्रति हृदय को छू लेने वाला भावात्मक लगाव था। भारत की तीनों सेनाओं के प्रमुख के रूप में जनरल बिपिन रावत के नेतृत्व में सेना ने कई महत्वपूर्ण सैन्य आपरेशन किए तथा सेना में कई महत्वपूर्ण सुधार भी किए गये। जनरल बिपिन रावत में सहजता व सरलता थी जो सभी के हृदय को छू जाती थी।

उन्होंने कहा कि मुझे आनंद की अनुभूति हो रही है कि आज प्रदेश ने उनकी सेवा और समर्पण को नमन करते हुए उनकी स्मृति को गोरखपुर के सैनिक स्कूल के साथ जोड़ा है। उनके नाम पर सैनिक स्कूल में बना ऑडिटोरियम राष्ट्र के प्रति योगदान को स्मरण करने का अवसर है। जनरल बिपिन रावत की चौथी पुण्यतिथि के अवसर पर इस प्रतिमा की स्थापना जीबीआर मेमोरियल फाउंडेशन ऑफ इंडिया की तरफ से कराई गई है। मुख्यमंत्री ने जनरल बिपिन रावत के जीवन पर आधारित एक पुस्तिका का भी विमोचन किया।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जनरल बिपिन रावत के व्यक्तित्व और राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा को याद किया तथा देश के समसामयिक हालात पर भी चर्चा करते हुए विकसित भारत बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिलाए गए पंच प्रणों को अपनाने की अपील की। वहीं मुख्यमंत्री ने जनरल बिपिन रावत को पंच प्रण के प्रति समर्पित योद्धा के रूप में बताया। सीएम योगी ने कहा कि आजादी के अमृत वर्ष 2022 में प्रधानमंत्री मोदी ने आह्वान किया था कि आजादी के शताब्दी वर्ष तक हमें कैसा भारत चाहिए, इसके लिए एक कार्ययोजना बनाकर आगे बढ़ना होगा।

उन्होंने सवाल किया कि क्या कोई सच्चा भारतीय गरीब, असुरक्षित या कमजोर भारत चाहता होगा? इसका जवाब भी उन्होंने खुद दिया और कहा कि एक सच्चा भारतीय मजबूत, विकसित और आत्मनिर्भर भारत ही चाहेगा। अगर कोई व्यक्ति ऐसा नहीं चाहता है तो वह सच्चा भारतीय हो ही नहीं सकता। मुख्यमंत्री योगी ने आगे अपने ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक गोरखपुर के सैनिक स्कूल की चर्चा करते हुए कहा कि यह सैनिक स्कूल सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त है। यहां बालकों के साथ ही बालिकाओं के लिए भी आवासीय व्यवस्था में अध्ययन की सुविधा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2018 में उन्होंने यूपी के सैनिक स्कूल में बालिकाओं के लिए अलग से आरक्षण शुरू किया। वर्तमान में गोरखपुर सैनिक स्कूल में 75 बालिकाएं और 235 बालक, कुल 310 कैडेट्स शिक्षा और प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर के सैनिक स्कूल का उद्घाटन उन्होंने तत्कालीन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से कराया था जो खुद सैनिक स्कूल के पूर्व छात्र रहे हैं। गोरखपुर आगमन पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू भी इस सैनिक स्कूल के बच्चों के अनुशासन से बेहद प्रभावित और प्रफुल्लित हुई थीं।

मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों सहित सभी लोगों को अनुशासित रहने की प्रेरणा देते हुए कहा कि अनुशासन के बगैर जीवन में दुशासन घुस जाता है। हमें अपने जीवन में दुशासन को घुसने से रोकना होगा। उन्होंने कहा कि जीवन को अनुशासित बनाए रखना है तो हमें जनरल बिपिन रावत से प्रेरणा लेनी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीमद्भागवत का एक श्लोक है कि युद्धभूमि में बलिदान होंगे तो स्वर्ग का भोग करोंगे, और यदि जीत जाओगे तो धरती पर राज करोगे। यह हर सैनिक के साथ प्रत्येक नागरिक पर लागू होती है।

सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर सैनिक स्कूल का यह दायित्व है कि वह प्रत्येक वर्ष 8 दिसंबर को जनरल बिपिन रावत के साथ-साथ देश के लिए शहादत देनेे वाले अन्य बलिदानियों की शहादत को स्मरण कर उनका नमन करे। इस दिवस को प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया जाए। स्कूल के कैडेटों में राष्ट्रभक्ति और जीवन के उच्च आदर्शो को परिपूर्ण करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन हो। उन्होंने आज के कार्यक्रम के लिए जनरल बिपिन फाउंडेशन के सभी पदाधिकारियों और उनकी दोनों पुत्रियों कृतिका व तारिणी रावत का आभार जताते हुए कहा कि किसी भी पुत्री के लिए यह गौरव की बात है कि उसके पिता देश के लिए बलिदान हुए।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित असम राइफल्स के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा ने कहा कि सैन्य सेवा के जरिये जनरल बिपिन रावत का देश हित में योगदान स्वर्ण अक्षरों में दर्ज रहेगा। वह बिना भय अपनी बात रखने वाले बेबाक इंसान थे। उन्होंने कहा कि सैनिक जीवन में भावुकता का रिश्ता बहुत महत्वपूर्ण होता है। जनरल रावत इसे खूब समझते थे। उन्होंने कठोरता और संयम के बीच समन्वय बनाते हुए कभी दूसरों की भावनाओं को आहत नहीं होने दिया। उन्होंने जो राह बनाई वह सभी सैनिकों के लिए आदर्श और प्रेरक है।

उन्होंने गोरखपुर में सैनिक स्कूल और उसमें भी जनरल बिपिन रावत के नाम पर ऑडिटोरियम की सौगात देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताते हुए कहा कि इस सैनिक स्कूल के परिसर में आते ही उन्हें अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर जैसे स्थान पर आने का एहसास हुआ। लखेड़ा ने कहा कि इससे बढ़िया ऑडिटोरियम किसी और स्कूल में नहीं होगा। उन्होंने सैनिक स्कूल के विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि आपकी सफलता ही जनरल बिपिन रावत को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

वहीं जीबीआर मेमोरियल फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष एवं पूर्व वायुसेना प्रमुख सेवानिवृत्त एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा कि देश के पहले सीडीएस स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत की स्मृति में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सैनिक स्कूल को दिया गया ऑडिटोरियम का उपहार, सदैव स्मरणीय रहेगा। उनकी चौथी पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में यह योगी जी की तरफ से सच्ची श्रद्धांजलि है। इससे जनरल बिपिन रावत के नाम से वर्तमान और भावी पीढ़ी को प्रेरणा मिलती रहेगी। पूर्व वायु सेना प्रमुख भदौरिया ने कहा कि स्वर्गीय जनरल रावत एक आदर्श सैनिक थे। उनका फोकस देश की तीनों सेनाओं के समन्वय और देश की रक्षा के लिए एकीकृत कार्ययोजना पर था।

वह सिर्फ एक श्रेष्ठ युद्ध रणनीति कार ही नहीं थे बल्कि शांति और मानवीय मूल्यों के प्रति भी सजग रहे। कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, मत्स्य विकास मंत्री डॉ0 संजय निषाद, जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह, विधायक फतेह बहादुर सिंह, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ0 धर्मेंद्र सिंह, राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारू चौधरी, भाजपा के जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, महानगर संयोजक राजेश गुप्ता सहित कई पूर्व व वर्तमान सैन्य अधिकारी तथा बड़ी संख्या में सैनिक स्कूल, केंद्रीय विद्यालय, आर्मी पब्लिक स्कूल के विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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