पत्रकारों की मांगों के लिए मुख्यमंत्री से करुंगा वकालत:- मयंकेश्वर शरण सिंह
पत्रकारों की मांगों के लिए मुख्यमंत्री से करुंगा वकालत:- मयंकेश्वर शरण सिंह

By:- Amitabh Chaubey
लखनऊ(हिन्द भास्कर):- आज यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन और यू.पी. प्रेस क्लब की संयुक्त सभा में मजदूर दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि संसदीय कार्य एवं चिकित्सा स्वास्थ्य राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने पत्रकारों को आश्वस्त दिया कि वह पेंशन एवं पत्रकारों की अन्य मांगों के लिए मुख्यमंत्री से एक वकील की तरह पैरवी करेंगे।
इस अवसर पर बढ़ती गर्मी को देखते हुए मयंकेश्वर शरण सिंह ने प्रेस क्लब में पत्रकारों के लिए एक वाटर कूलर लगवाने की घोषणा की। यू.पी. वर्किंग जर्नलिस्ट्स यूनियन ने प्रदेश सरकार से पत्रकारों को पेंशन दिए जाने सम्बन्धी लम्बित प्रस्ताव के प्रकरण सहित अन्य मांगों का ज्ञापन सौंपा। इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष के विक्रम राव ने जोर देकर कहा कि पत्रकारों को बुद्धिजीवी कहना ज्यादती है , वह श्रमजीवी हैं।
यूपी प्रेस क्लब के अध्यक्ष रविंद्र सिंह ने कहा कि पत्रकारों की प्रमुख मांग पेंशन को सरकार तुरंत लागू करें। यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष हसीब सिद्दीकी ने उक्त प्रस्ताव के अलावा पत्रकार सुरक्षा कानून, पी.जी.आई में सभी पत्रकारों को मुफ्त चिकित्सा सुविधा का लाभ, पत्रकारों के उत्पीड़न सम्बन्धी मामलों पर नजर रखने के लिए त्रिपक्षीय समिति गठिन करने और सस्ते भूखण्ड उपलब्ध कराने की भी मांग की।
उन्होंने इस अवसर पर विज्ञापन में छोटे एवं मझोले अखबारों के लिए निश्चित कोटा निर्धारित करने, न्यूज आधारित वेब साइट के लिए नियमावली और उनके पत्रकारों के लिए मान्यता तथा दिवंगत पत्रकारों के निधन के बाद उनके परिवारों की आर्थिक सहायता के लिए नियमावली बनाये जाने की भी मांग की है। आयुष्मान योजना के विस्तार और उसके सही क्रियान्वयन की भी मांग उठाई गई।
यूनियन ने प्रदेश सरकार से अनुरोध किया है कि पत्रकारों को रेल किराये में मिल रही छूट को बहाल करने के लिए केन्द्र सरकार से संस्तुति करे । इसके अलावा प्रेस काउंसिल के स्थान पर मीडिया काउंसिल गठित करने और टोल प्लाजा में लगने वाले शुल्क में पत्रकारों के वाहनों को छूट दिए जाने का भी अनुरोध किया गया।
कार्यक्रम से पूर्व पहलगाम में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए हमले में मारे गए देशवासियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए दो मिनट का मौन रखा गया, इस संबंध में प्रस्ताव में सबक सिखाने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का समर्थन किया गया। इस अवसर पर शिव शरण सिंह, प्रेम कांत तिवारी, देवराज सिंह, विश्व देव राव ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
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