कुछ हायकू
ये उलझनें
कुछ ही दिनों की हैं,
टल जाएंगी।
मूर्ख कहीं का,
जुड़ जाएगा नाम,
इतिहास में।
इतना कह,
जितने में दुनिया,
समझ जाय।
होती है हद
हर किसी बात की
रखना याद।
महत्वपूर्ण
बातें मिलकर ही
हो सकती हैं।
- केशव शुक्ल
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