06 अगस्त 2024 का पंचांग एवं मंगलवार का माहात्म्य
                                आज मंगलवार है। श्री शुभ संवत् 2081 के श्रावण शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि।
शक संवत् 1946 के राष्ट्रीय श्रावण मास की 15वीं तिथि, तदनुसार दिनांक 06 अगस्त सन् 2024 ई०। आज सूर्योदय प्रातः 05 बजकर 26 मिनट पर
तथा सूर्यास्त सायं 06 बजकर 34 मिनट पर होगा।
वर्षा ऋतु है।
दिनमान 32 घटी 45 पल
तथा रात्रि मान 27 घटी 15 पल।
द्वितीया तिथि का मान सायं 06 बजकर 11 मिनट तक
तदुपरांत शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि।
राहु काल
राहु काल अपराह्न 03 बजे से 04:30 बजे तक है।
राहु काल में यात्रा एवं शुभकार्य का आरंभ नहीं करना चाहिए।
शूल विचार
मंगलवार को उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि आवश्यक हो तो गुड़ खाकर यात्रा की जा सकती है। यात्रा का आशय आपके नियमित कार्य से नहीं होता।
दिन में 5 बजकर 24 मिनट तक मघा नक्षत्र है इसके अनंतर पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र आरंभ हो जाएगा।
दिन में 11 बजकर 48 मिनट तक वरीयान योग है।
07 अगस्त बुधवार को हरियाली या कजरी तीज तथा 09 अगस्त शुक्रवार को नाग पंचमी है।
मंगलवार का माहात्म्य
हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार जो भी विधि- विधान से इस दिन महावीर बजरंगबली की उपासना करता है उसे जीवन में सभी सकंटो से मुक्ति मिलती है। आज के दिन 'सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।' इस मंत्र का जप करने से सभी प्रकार के रोग शोक का नाश होता है।
वैवाहिक जीवन में सुख-शांति भंग हो गई है, संतान पर संकट का साया मंडरा रहा है तो 'ॐ नमो भगवते हनुमते नम:। ' - इस मंत्र से हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए।यह अत्यंत प्रभावशाली मंत्र हर कष्ट को दूर करने में सक्षम है। प्रत्येक मंगलवार को हनुमान चालीसा या सुन्दरकाण्ड अथवा समय होने पर दोनों का सम्पूर्ण पाठ अवश्य करना चाहिए। इससे हमें जीवन के लिए सकारात्मक उर्जा प्राप्त होती है। सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं।
इस दिन कार्तिकेय , काली , दुर्गा , पार्वती और गणेश की भी पूजा होती है। श्रावण मास में हर मंगलवार को मंगला गौरी व्रत भी किया जाता है, क्योंकि यह महीना गौरी और शिव को समर्पित है । मंगलवार को हिंदू धर्म में मंगल द्वारा शासित दिन के रूप में भी देखा जाता है ।
ऐसी मान्यता है कि मंगलवार के दिन लाल कपड़े में नारियल बांधकर हनुमान मंदिर या किसी नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए।ऐसा लगातार सात मंगलवार तक करते रहने से कुंडली में मंगल की स्थिति मजबूत होती है, जिससे मंगल दोष दूर होता है।
आचार्य केशव शुक्ल
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