आतंकवाद को सांप्रदायिकता अथवा फिरकापरस्ती से खाद - पानी मिलता है:- दीपक मिश्र

आतंकवाद को सांप्रदायिकता अथवा फिरकापरस्ती से खाद - पानी मिलता है:- दीपक मिश्र

Jun 18, 2025 - 00:11
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आतंकवाद को सांप्रदायिकता अथवा फिरकापरस्ती से खाद - पानी मिलता है:- दीपक मिश्र

हिन्द भास्कर(हिन्द भास्कर):- समाजवादी चिंतक व बौद्धिक सभा के अध्यक्ष दीपक मिश्र आतंकवाद और सांप्रदायिकता विरोधी अभियान के तहत कश्मीर के लिए जून 17 से जुलाई के दूसरे हफ्ते तक कश्मीर में प्रवास करेंगे । कश्मीर रवाना होने से पूर्व अभियान का तथ्य पत्र " ख़तो-किताबत कश्मीर के नाम " जारी करते हुए दीपक ने कहा कि आतंकवाद को सांप्रदायिकता अथवा फिरकापरस्ती से खाद - पानी मिलता है, दोनों का सामान और समवेत रूप से सार्वजनिक प्रतिकार होना चाहिए।

हम कश्मीर को आतंकवाद से जूझता हुआ अकलेनहीं छोड़ सकते। कश्मीर की जनता ने पहलगाम - हमले के बाद न केवल आतंकवाद अपितु साम्प्रदायिकता को भी पूर्णतया नकार कर एक मिसाल दी है। दीपक जम्मू कश्मीर पीस फाउंडेशन और पीओके लिबरेशन फ्रंट के कार्यक्रमों में सहभाग करेंगे। मिश्र कश्मीर में कई ख्यातिलब्ध बुद्धिजीवियों, समाजवादियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और आतंकवाद एवं साम्प्रदायिकता के विरुद्ध जनमत बनाएंगे।

दीपक पहलगाम में आतंकियों के हमले के बाद पर्यटकों की मदद करने वाले नज़ाकत अली समेत सभी लोगों से मिलकर आभार प्रकट करेंगे । इसके अलावा पर्यटकों की जान बचाने में शहीद हुए सैय्यद आदिल के परिजनों से भी मिलकर कृतज्ञता ज्ञापित करने का कार्ययोजना है । मिश्र श्रीनगर में सदा -ए- कहकशां द्वारा आयोजित बौद्धिकी को भी संभाषित व संबोधित करेंगे। मिश्र ने कहा कि हम सभी को अधिकाधिक मात्रा में कश्मीर जाकर कश्मीरियों को संबल देनी चाहिए ।

दीपक ने बताया कि भारत - पाक युद्ध के बाद लोहिया ने सभी भारतीयों को कश्मीर जाने की अपील की थी ताकि वहां की अर्थव्यवस्था और वहां के लोगों का मन मजबूत हो । कश्मीर के निवासियों का शेष भारत में आवागमन बढ़ना चाहिए , इससे कई वैचारिक और सांस्कृतिक दुराग्रह दूर होंगे और अनवरत आपसी संवाद से राष्ट्रीय एकता को भी गुणात्मक स्वतः शक्ति मिलेगी । लाल चौक और पहलगाम मैदान में कश्मीरित, भारतीयता और इंसानियत को सशक्त करने के लिए तिरंगा यात्रा का भी आयोजन प्रस्तावित है । इस अवसर पर समाजवादी नेता अंबुज राय, सपा शिक्षक सभा के राष्ट्रीय सचिव प्रो.दीपक राय, दौलत अली, मनीष मिश्रा, गुलाम अहमद , अनुभव समेत कई बुद्धिजीवी और कार्यकर्ता मौजूद रहे ।

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