कृषि मंत्री ने बीज वितरण व्यवस्था पर जताई नाराजगी
कृषि मंत्री ने बीज वितरण व्यवस्था पर जताई नाराजगी

निर्जला चौबे की रिपोर्ट
लखनऊ(हिन्द भास्कर):- प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने विभागीय अधिकारियों के साथ खरीफ फसल की बुवाई तथा आच्छादन की स्थिति पर समीक्षा बैठक की गई। इस दौरान उन्होंने खरीफ में बीजों की उपलब्धता, वितरण की जनपदवार गहन समीक्षा की। उन्होंने बीज वितरण की व्यवस्था पर नाराजगी व्यक्त की गई। अपर कृषि निदेशक (बीज एवं प्रक्षेत्र) को निर्देशित किया गया कि यदि कोई जनपद बीज वितरण से अवशेष रह गया हो तो तत्काल किसानों के मध्य वितरित करा लिया जाए। साथ ही किसानों को खरीफ की बुवाई के पूर्व जिप्सम की भी आपूर्ति लक्ष्य के अनुसार जनपदों में शत-प्रतिशत कराते हुए वितरित करा लिया जाए।
मंत्री द्वारा उर्वरक अनुभाग की समीक्षा करते हुए कृषि निदेशक को निर्देशित किया गया कि खरीफ मौसम में कृषकों में मांग एवं मृदा परीक्षण रिपोर्ट के आधार पर उर्वरक की उपलब्धता जनपदों में बनाए रखा जाए एवं गुणवत्तापूर्वक उर्वरक की बिक्री हो इसकी भी सुनिश्चितता निर्धांरित की जाए तथा प्रमुख उर्वरकों के साथ किसी प्रकार की टैगिंग न की जाए। विभिन्न प्रकार की गोष्ठियों/मेलों/प्रशिक्षण के माध्यम से कृषकों में जागरूकता लाई जाए कि मृदा में जीवांश कार्बनिक खादों का ही प्रयोग करें एवं रसायनिक उर्वरकों का प्रयोग कम से कम करें जिससे मृदा की उर्वरता स्तर में वृद्धि हो सके। कृषि रक्षा अनुभाग की समीक्षा करते हुए मंत्री द्वारा निर्देशित किया गया कि डिजिटल क्राप सर्वे के आधार पर आच्छादित फसलों के क्षेत्रफल के अनुसार खरपतवारनाशी एवं उनमें संभावित कीट/रोगों के संक्रमण के अनुसार रसायनिक दवाओं की व्यवस्था समयानुसार पूर्व में कर ली जाए।
प्रमुख सचिव (कृषि) के द्वारा कृषि निदेशक को निर्देशित किया गया कि रबी मौसम में बीजों की उपलब्धता के लिए जुलाई के प्रथम सप्ताह से प्रस्तावित कार्ययोजना के अनुसार तैयारी सुनिश्चित कर लिया जाए जिससे रबी मौसम के लिए कृषि निवेशों की उपलब्धता के संबंध में कृषकों को किसी भी प्रकार की असुविधा उत्पन्न न हो सके। साथ ही सभी योजनाधिकारी आपस में समन्वय करते हुए यह सुनिश्चित कर लें कि रबी मौसम में कृषि निवेश की व्यवस्था एवं योजनाओं के क्रियान्वयन में विपरीत स्थिति का सामना न करना पड़े।
बैठक के अन्त में कृषि मंत्री द्वारा उपस्थित सभी वरिष्ठ अधिकारियों एवं योजनाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि खरीफ मौसम में निर्धारित लक्ष्य के अनुसार उत्पादन प्राप्त करने के लिए प्रत्येक सप्ताह अपनी योजना के क्रियान्वयन की प्रगति के लिए जनपदों में भ्रमण कर अनवरत समीक्षा करें।
आने वाली समस्याओं को तत्समय दूर करें, जिससे योजना का सुचारु क्रियान्वयन हो सके एवं सरकार के प्रति किसानों में विश्वास बना रहे। इस अवसर पर प्रमुख सचिव कृषि रविन्द्र, सचिव कृषि इन्द्र विक्रम सिंह, विशेष सचिव कृषि ओ.पी वर्मा, कृषि निदेशक डॉ0 जितेन्द्र कुमार तोमर, प्रबन्ध निदेशक बीज विकास निगम पंकज त्रिपाठी, निदेशक उ.प्र. बीज प्रमाणीकरण संस्था टी.पी चौधरी, निदेशक राज्य कृषि प्रबन्ध संस्थान पीयूष कुमार शर्मा, सचिव उपकार हरेन्द्र कुमार उपाध्याय एवं कृषि भवन के समस्त योजनाधिकारी उपस्थित रहे।
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