इन्वेस्ट यूपी में प्रस्तुत की गई उत्तर प्रदेश की निवेश प्रोत्साहन रूपरेखा
इन्वेस्ट यूपी में प्रस्तुत की गई उत्तर प्रदेश की निवेश प्रोत्साहन रूपरेखा
लखनऊ(हिन्द भास्कर):- इन्वेस्ट यूपी ने विंटर स्टडी टूर कार्यक्रम में आईएएस प्रोफेशनल कोर्स फेज-I (2025 बैच) के प्रशिक्षु अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी की। यह सत्र अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रेरणा शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।
भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुए प्रेरणा शर्मा ने कहा, “किसी भी निवेश प्रोत्साहन एजेंसी की मूल जिम्मेदारी सरकार की मंशा को निवेशकों के विश्वास में परिवर्तित करना होती है। अपने अनुभव के आधार पर मैंने देखा है कि पहले निवेश प्रक्रिया कितनी विस्तृत और अधिक समय लेने वाली थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के क्रम में ‘निवेश मित्र’ की शुरुआत की गई, जिसके माध्यम से सभी अनुमोदनों को इंटीग्रेटेड सिंगल-विंडो डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाया गया, जिससे निवेशकों के अनुभव में मूलभूत सुधार हुआ है। उन्होंने आगे कहा, “यदि कोई समस्या आती है, तो उसका समाधान करना और निवेशकों का विश्वास बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है।
मैं सभी प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों से आग्रह करती हूँ कि भविष्य में जिलाधिकारी एवं उपजिलाधिकारी के रूप में वे सक्रिय सुविधा प्रदान करने, विभागों के बीच प्रभावी समन्वय तथा निवेशकों को सशक्त ऑन-ग्राउंड सहयोग सुनिश्चित करें, जिससे निवेश प्रस्ताव समयबद्ध रूप से धरातल पर उतर सकें।
इस संवाद सत्र में बताया गया कि इन्वेस्ट यूपी, राज्य की एकीकृत निवेश प्रोत्साहन एवं सुविधा एजेंसी के रूप में कार्य करता है, जो नीतिगत सहयोग और वैधानिक अनुमतियों से परियोजना के क्रियान्वयन एवं संचालन तक, संपूर्ण परियोजना चक्र में निवेशकों को सहयोग प्रदान करता है।
अधिकारियों ने यह भी रेखांकित किया कि उत्तर प्रदेश की निवेश रणनीति ‘विकसित भारत @2047’ की राष्ट्रीय दृष्टिकोण के अनुरूप है तथा राज्य ने वर्ष 2047 तक 6 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
चर्चा के मुख्य बिंदु में उच्च गुणवत्ता वाले रोजगार सृजन के लिए ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (GCCs), एक्सप्रेसवेज, एयरपोर्ट्स एवं इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग एवं लॉजिस्टिक्स क्लस्टर्स (IMLCs) के माध्यम से इंफ्रास्ट्रक्चर आधारित विकास तथा मैन्युफैक्चरिंग और सेवा क्षेत्रों में क्षेत्र-विशेष निवेश नीतियों जैसे प्रमुख विषयों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।
इस प्रस्तुती में उत्तर प्रदेश के नीतिगत पारिस्थितिकी तंत्र की भी जानकारी प्रदान की गई, जिसमें औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति, तथा राज्य की समर्पित एफडीआई नीति के साथ प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के लिए लक्षित प्रोत्साहन शामिल हैं। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में सुधारों को आगामी ‘निवेश मित्र 3.0’ सिंगल-विंडो पोर्टल के माध्यम से रेखांकित किया गया, जिसमें 45 से अधिक विभागों को एकीकृत किया गया है और इसे बिजनेस प्रोसेस री-इंजीनियरिंग (BPR) के माध्यम से सशक्त बनाया गया है।
525 से अधिक ऑनलाइन सेवाओं को लगभग 200 सुव्यवस्थित सेवाओं में समेकित किया गया है। आगामी ‘निवेश मित्र 3.0’ में कॉमन एप्लिकेशन फॉर्म (CAF) प्रस्तुत किया जाएगा, जिसमें डाटा फ़ील्ड और दस्तावेज़ की आवश्यकताओं को कम किया जाएगा, साथ ही निर्धारित समय-सीमा और एस्केलेशन मैकेनिज़्म के माध्यम से पारदर्शिता और निवेशक सुविधा को और बढ़ाया जाएगा।
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